रोहिंग्या मुसलमानों पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ दिल्ली में प्रदर्शन, नारेबाजी
दिल्ली स्थित म्यांमार दूतावास के बाह प्रदर्शन कर रहे लोगों ने म्यांमार सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
नई दिल्ली [जेएनएन]। म्यांमार में रोहिंग्या मुसलमानों पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ बुधवार को हजारों की संख्या में मुसलमान समुदाय के लोगों ने प्रदर्शन किया। दिल्ली स्थित म्यांमार दूतावास के बाह प्रदर्शन कर रहे लोगों ने म्यांमार सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
प्रदर्शन में शामिल लोगों ने रोहिंग्या मुसलमानों के खिलाफ हो रहे अत्याचार को रोकने के लिए म्यांमार सरकार पर भारत सरकार से कूटनीतिक दबाव बनाने का भी आह्वान भी किया। प्रदर्शन में बड़ी संख्या में महिलाओं ने भी हिस्सा लिया और विरोध में बैनर लहराए।
Delhi: People protest outside Myanmar Embassy over the issue of Rohingya refugees pic.twitter.com/6DHE72n0Ln— ANI (@ANI) September 13, 2017
कौन हैं रोहिंग्या ?
म्यांमार की बहुसंख्यक आबादी बौद्ध है। म्यांमार में एक अनुमान के मुताबिक 10 लाख रोहिंग्या मुसलमान हैं। इन मुसलमानों के बारे में कहा जाता है कि वे मुख्य रूप से अवैध बांग्लादेशी प्रवासी हैं। सरकार ने इन्हें नागरिकता देने से इन्कार कर दिया है।
हालांकि ये म्यामांर में पीढ़ियों से रह रहे हैं। रखाइन स्टेट में 2012 से सांप्रदायिक हिंसा जारी है। इस हिंसा में बड़ी संख्या में लोगों की जानें गई हैं और एक लाख से ज्यादा लोग विस्थापित हुए हैं।
बड़ी संख्या में रोहिंग्या मुसलमान आज भी जर्जर कैंपो में रह रहे हैं। रोहिंग्या मुसलमानों को व्यापक पैमाने पर भेदभाव और दुर्व्यवहार का सामना करना पड़ता है। लाखों की संख्या में बिना दस्तावेज़ वाले रोहिंग्या बांग्लादेश में रह रहे हैं। इन्होंने दशकों पहले म्यांमार छोड़ दिया था।
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