Indian Railway News: दिल्ली से यूपी, बिहार और झारखंड जाने का आया समय, लोग निकाल रहे इसके कई मतलब
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर बुधवार को अचानक रेलयात्रियों की भीड़ गई। कहा जा रहा है कि गेहूं की कटाई शुरू हो गई या फिर शुरू होने वाली है इसलिए लोग दिल्ली को छोड़कर वापस अपने गृह राज्यों को लौट रहे हैं।
नई दिल्ली, एएनआइ। देशभर में कोरोना के बढ़ते प्रभाव और खतरे के बीच गेहूं की कटाई का समय भी आ गया है और कई राज्यों में तो इसकी कटाई भी शुरू हो गई है। ऐसे में बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड और पश्चिम बंगाल से आए कामगार गेहूं की कटाई के सिलसिले में दिल्ली से वापस जाने लगे हैं। इसका नजारा बुधवार को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भी देखने को मिला। यहां पर अचानक यात्रियों की भीड़ बढ़ गई। वहीं, नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर बुधवार को नजारा देखकर लोग इसके अलग-अलग मायने निकाल रहे हैं। कुछ लोगों का कहना है कि दिल्ली में मंगलवार रात को नाइट कर्फ्यू लगा है, जो आगामी 30 अप्रैल तक रहेगा। ऐसे में कुछ लोग नाइट ड्यूटी करते थे और ओवर टाइम कर अतिरिक्त पैसा कमा लेते थे, जो अब संभव नहीं होगा, इससे वापस अपने गृहराज्य जा रहे हैं। वहां पर गेहूं कटाई के लिए मजदूरी कर ज्यादा पैसा कमा लेंगे।
इंटरनेट मीडिया पर उड़ाई जा रही लॉकडाउन की अफवाह
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पिछले सप्ताह ही साफ-साफ कह चुके हैं कि लॉकडाउन लगाने से पूरी तरह से विचार विमर्श किया जाएगा। कुछ लोग संभावित लॉकडाउन से भी डरे हुए हैं, लेकिन यह संभव नहीं है, क्योंकि माना जा रहा है कि दिल्ली सरकार के साथ केंद्र सरकार भी नहीं चाहती है कि लोगों का कारोबार और रोजगार प्रभावित हो और अर्थव्यवस्था पर असर पड़े।
हालांकि, महाराष्ट्र समेत कई राज्यों के कुछ इलाकों में लॉकडाउन लागू किया गया है, जिससे यह शंका गहरा गई है। खासकर इंटरनेट मीडिया पर इस तरह की अफवाहें उड़ानें का सिलसिला जारी है, लेकिन लोगों को अफवाहों पर नहीं, बल्कि सरकार के निर्देशों पर ध्यान देना चाहिए।
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गेहूं की कटाई का सीजन आया, कामगार लौट रहे अपने घर
इस बीच जानकारों की मानें तो यह पहला मौका नहीं है, जब दिल्ली से कामगार बिहार, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश और झारखंड जा रहे हैं। हर साल अप्रैल-मई में प्रवासी कामगार अपने-अपने गृहराज्य गेहूं की कटाई के लिए वापस लौटते हैं। 15-20 दिन के भीतर वापस आ जाते हैं। कई मजदूर इस दौरान अच्छी खासी रकम भी कमा लेते हैं। ऐसे में ट्रेन के जरिये दिल्ली से प्रवासी कामगार अपने-अपने गृह राज्य जा रहे हैं। रेलवे स्टेशनों पर ऐसा ही नजारा आगे भी देखने को मिल सकता है।
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शादियों का सीजन भी बुला रहा लोगों को
उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान, मध्य प्रदेश और पश्चिम बंगाल में ग्रामीण अप्रैल-मई में शादी-समारोह का आयोजन करते हैं। ऐसे में शादी का सीजन भी आने वाला है, यही वजह है कि लोग अपने गांव लौट रहे हैं। गौरतलब है कि इस साल विवाह का शुभ मुहूर्त 20 अप्रैल 2021 से शुरू हो रहा है, जिसमें एक पखवाड़े से भी कम का समय बचा है।
पुजारियों और ज्योतिषियों के मुताबिक, इसके बाद देव शयन से पहले यानी 15 जुलाई तक 37 दिन विवाह के मुहूर्त हैं। इसके बाद फिर 15 नवंबर को देव उठनी एकादशी से 13 दिसंबर तक विवाह के लिए 13 दिन मिलेंगे। ऐसे में प्रवासी कामगार 20 अप्रैल से शुरू हो रहे शादियों के सीजन के लिए जा रहे हैं।
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