मेट्रो और बसों में जमकर हो रही कोरोना नियमों की अनदेखी, 200 से लेकर 2000 रुपये का चालान भी बेअसर
बाजारों के अलावा दिल्ली की बसों और मेट्रो में भी लोग नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं। इसके चलते नियमों का पालन करने वाले यात्रियों को परेशानी हो रही है। लोगों का कहना है कि वह मजबूरी में मेट्रो व बसों का सफर कर रहे हैं।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। राजधानी दिल्ली में लगातार कोरोना संक्रमण एक बार फिर तेजी से पैर पसार रहा है, जिसके चलते 5 हजार से अधिक कोरोना के केस रोजाना आ रहे हैं। इसके कारण दिल्ली में नाइट कर्फ्यू भी लगाया गया है। वहीं, बाजारों के अलावा दिल्ली की बसों और मेट्रो में भी लोग नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं। इसके चलते नियमों का पालन करने वाले यात्रियों को परेशानी हो रही है। लोगों का कहना है कि वह मजबूरी में मेट्रो व बसों का सफर कर रहे हैं। यह अलग बात है कि दिल्ली मेट्रो में मास्क नहीं पहनने और शारीरिक दूरी का पालन नहीं करने पर 200 रुपये और बसों में यही दो नियम न मानने पर 2000 रुपये का चालान किया जा रहा है। बावजूद इसके लोग नियमों को तरजीह नहीं दे रहे हैं।
मंडी हाउस बस स्टाप पर खड़े संदीप यादव ने बताया कि वह त्रिलोकपुरी से नौकरी करने आते हैं। बसों के अंदर लोग अब बड़ी संख्या में सफर कर रहे हैं। इसके चलते शारीरिक दूरी का पालन नहीं हो पा रहे है, जिससे बसों में संक्रमण होने का खतरा अधिक हो गया है। क्लस्टर बस के कंडक्टर दिनेश वर्मा ने कहा कि बसों में लोगों को चढ़ने से मना करते हैं तो वह लड़ने को तैयार हो जाते हैं। ऐसे में कई बार उन्हें मना नहीं कर पाते हैं।
वहीं, केंद्रीय सचिवालय, राजीव चौक, मंडी हाउस मेट्रो स्टेशन के बाहर लगी कतार में लोग शारीरिक दूरी के नियम का पालन नहीं कर रहे हैं, जिसके चलते संक्रमण बढ़ रहा है। यात्री कपिल ने कहा कि उन्हें मजबूरी में ही सफर करना पड़ रहा है। अगर ऑफिस का काम वर्क फ्रोम हो जाएगा तो वह सफर नहीं करेंगे।
वहीं, शिवानी गुप्ता ने बताया कि मंडी हाउस स्थित नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा में पढ़ाई के लिए आइ थी, लेकिन मेट्रो के अंदर भीड़ से कोरोना का डर लग रहा है। लोग नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं। अधिकारियों को सख्ती बरतने की जरूरत है।
मेट्रो में टूट रहा दो गज दूरी का नियम
आइएनए और हौजखास मेट्रो स्टेशन के बीच मेट्रो में सफर करने वाले लोग बैठने की सीट पर एक जगह छोड़ कर ही बैठे हुए दिखाई देते हैं, लेकिन जगह न मिलने पर लोग खड़े होने के दौरान शारीरिक दूरी का पालन नहीं करते वहीं प्लेटफार्म से मेट्रो में प्रवेश करने के दौरान भी यात्री जल्दबाजी में रोजाना की तरह ही धक्कामुक्की करते दिखाई देते हैं। हालांकि मास्क की अनिवार्यता के लिए मेट्रो कर्मी लगातार स्टेशन पर घूमते रहते हैं। वहीं पीक आवर्स में मेट्रो स्टेशन में प्रवेश करने वाले यात्रियों की लाइनें मेट्रो स्टेशन के बाहर तक दिखाई देती है। लाजपत नगर मेट्रो स्टेशन पर बुधवार को स्टेशन में प्रवेश करने वाले यात्रियों की संख्या बढ़ने पर कुछ देर के लिए लोगों को बाहर ही रोक दिया गया था।
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