49 साल बाद भाप इंजन ट्रेन फिर पटरी पर उतरने को तैयार, लोग जल्द कर सकेंगे सवारी
indian railways उत्तर रेलवे के मुख्य यांत्रिक इंजीनियर अरुण अरोरा ने बताया कि 1862 में निर्मित भाप इंजन रामगोटी पटरी पर उतरने के लिए तैयार है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। राष्ट्रीय रेल संग्रहालय में शनिवार को 17वां राष्ट्रीय भाप इंजन कांग्रेस का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता एयर इंडिया के चेयरमैन व इंडियन स्टीम रेलवे सोसाइटी के कार्यकारी अध्यक्ष अश्वनी लोहानी ने की। उत्तर रेलवे के मुख्य यांत्रिक इंजीनियर अरुण अरोरा ने बताया कि 1862 में निर्मित भाप इंजन रामगोटी पटरी पर उतरने के लिए तैयार है। जल्द ही पर्यटक इस इंजन से चलने वाली ट्रेन की सवारी कर सकेंगे।
उन्होंने बताया कि रामगोटी देश का तीसरा सबसे पुराना भाप इंजन है। 1980 के बाद से यह इंजन पटरी पर नहीं उतरा है। इसे राष्ट्रीय रेल संग्रहालय में रखा गया है। पिछले वर्ष इसे फिर से पटरी पर उतारने का फैसला किया गया और दिल्ली मंडल के शकूरबस्ती रेलवे शेड में इंजीनियरों ने इस इंजन का कायाकल्प किया है। अब इसे पटरी पर उतारने की तैयारी है।
पर्यटन को बढ़ावा देेगा रामगोटी
विंटेज ट्रेन चैरिटेबल ट्रस्ट के चेयरमैन माइकल व्हाइटहाउस ने भाप इंजन पर्यटन की संभावनाओं की जानकारी दी। इस मौके पर रेलवे बोर्ड के सदस्य मनोज पांडेय, उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक टीपी सिंह, रेलवे अधिकारी अजय सिंह सहित अन्य लोग मौजूद थे। अधिकारियों ने भाप इंजन के संरक्षण और पर्यटन को बढ़ावा देने पर विचार विर्मश किया। रामगोटी से पहले फेयरी क्वीन को पटरी पर उतारा गया है। निश्चित अवधि के लिए फेयरी क्वीन से चलने वाली पर्यटन ट्रेन दिल्ली से रेवाड़ी के बीच चलाई जाती है। अब एक और भाप इंजन तैयार हो गया है।