एम्स के ट्रामा सेंटर में ऑक्सीजन प्लांट शुरू, पीएम केयर्स फंड की मदद से लगाया गया
आरएमएल अस्पताल में भी ऑक्सीजन प्लांट लग चुका है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने शुक्रवार को इस अस्पताल में पहुंचकर कोरोना के इलाज की सुविधाओं की समीक्षा की साथ ही ऑक्सीजन प्लांट और अस्पताल में पहले से मौजूद दो ऑक्सीजन स्टोरेज चेंबर का निरीक्षण भी किया।
नई दिल्ली [रणविजय सिंह]। दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान के ट्रामा सेंटर में शुक्रवार से ऑक्सीजन प्लांट शुरू हो गया। इस ऑक्सीजन प्लांट को पीएम केयर्स फंड की मदद से लगाया गया है। इस प्लांट को ट्रामा सेंटर में नवनिर्मित बर्न व प्लास्टिक ब्लॉक के वार्ड को जोड़ा गया है। इससे 76 बेड पर ऑक्सीजन आपूर्ति हो सकेगी, जिसमें 15 आइसीयू बेड शामिल हैं। लिहाजा, एम्स ट्रामा सेंटर-बर्न ब्लॉक में कोरोना के इलाज के लिए अब 341 बेड की सुविधा हो गई है। इस प्लांट से प्रति मिनट 960 लीटर ऑक्सीजन की आपूर्ति हो सकेगी।
ट्रामा सेंटर में पहले कोरोना के इलाज के लिए 265 बेड की व्यवस्था थी। एम्स में मौजूदा समय में कोरोना के इलाज के लिए कुल 1,047 बेड की सुविधा है। इसके तहत ट्रामा सेंटर में 341 बेड व मुख्य अस्पताल में 287 बेड व झज्जर स्थित राष्ट्रीय कैंसर संस्थान (एनसीआइ) में 445 बेड की व्यवस्था की गई है।
आरएमएल अस्पताल में सुविधाओं की समीक्षा
आरएमएल अस्पताल में भी ऑक्सीजन प्लांट लग चुका है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने शुक्रवार को इस अस्पताल में पहुंचकर कोरोना के इलाज की सुविधाओं की समीक्षा की, साथ ही ऑक्सीजन प्लांट और अस्पताल में पहले से मौजूद दो ऑक्सीजन स्टोरेज चेंबर का निरीक्षण भी किया। इनमें से एक स्टोरेज चेंबर की क्षमता 12 मीट्रिक टन व दूसरे की क्षमता 10 मीट्रिक टन आक्सीजन भंडारण की है। मौजूदा समय में आरएमएल अस्पताल में कोरोना के इलाज के लिए 293 बेड की सुविधा है।
अस्पताल प्रशासन ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को जानकारी दी कि 200 बेड बढ़ाए जाने की व्यवस्था की जा रही है। ये सभी बेड आक्सीजन युक्त होंगे, जिनमें से कुछ आइसीयू बेड भी होंगे। डॉ. हर्षवर्धन ने टीकाकरण केंद्र का भी निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने राज्य सरकारों से अपील की कि वे केंद्र सरकार से मिले टीकों में 70 फीसद डोज का इस्तेमाल दूसरी डोज देने के लिए करें।