नारनौल में डबल डेकर मालगाड़ी पलटी, दिल्ली से चलने वाली 45 ट्रेनों का परिचालन प्रभावित
एडीआरएम मनोज ने कहा कि रेलपटरी को ठीक करने के लिए कर्मचारियों को तैनात कर दिया गया है। करीब 16 से 18 घंटे में पटरियों को ठीक कर दिया जाएगा और तब तक इस कारीडोर पर चलने वाली सभी गाड़ियां बंद रहेंगी।
नई दिल्ली/ नारनौल [बलवान शर्मा]। नारनौल के भीलवाड़ा गांव के पास हुआ रेल हादसा इतना भयानक था कि करीब 500 मीटर लंबी रेललाइन उखड़ गई। इसमें से 300 मीटर लंबी लाइन तो पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई है। हादसे की सूचना मिलते ही जयपुर डीआरएम मंजू दलबल के साथ मौके पर पहुंच गई। डीआरएम ने हादसे का निरीक्षण किया और इसकी मरम्मत का कार्य शुरू कर दिया। हालांकि इस हादसे की वजह से पश्चिमी फ्रेट कारीडोर पर चलने वाली दिल्ली-मुंबई के बीच चलने वाली सभी 45 रेलगाड़ियों का पहिया थम गया है। जब तक रेल ट्रैक ठीक नहीं होगा, इन गाड़ियों को इंतजार करना होगा। बता दें कि इस रूट पर सिर्फ माल गाड़ियों का ही आवागमन प्रभावित रहेगा। इससे पैसेंजर ट्रेन से कोई वास्ता नहीं है।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि हादसा इतना भयानक था कि जैसे ही डब्बे पलटने शुरू हुए तो बड़े धमाके की आवाज आई। डबल डेकर रेलगाड़ी के डब्बे एक दूसरे पर चढ़ गए और पटरी उखड़ गई। इस हादसे की वजह से करीब 500 मीटर लंबी पटरी क्षतिग्रस्त हो गई, जिसमें 300 मीटर तो पटरी का तो नामोनिशन ही नहीं बचा। हादसे की सूचना मिलते ही जयपुर डीआरएम मंजू मौके पर पहुंच गई। उन्होंने घटनास्थल का निरीक्षण किया और अधिकारियों को रेललाइन की मरम्मत करने के आदेश दिए।
जांच के बाद ही पता चलेगा हादसे का कारण
एडीआरएम मनोज कुमार ने कहा कि हादसे का कारण अभी नहीं बताया जा सकता है। इस मामले की जांच होगी और जांच के बाद ही असल कारणों का पता चल सकेगा। उन्होंने किसी भी प्रकार के कयास पर टिप्पणी करने से इंकार कर दिया।
16 से 18 घंटे में ट्रैक हो जाएगा ठीक
एडीआरएम मनोज ने कहा कि रेलपटरी को ठीक करने के लिए कर्मचारियों को तैनात कर दिया गया है। करीब 16 से 18 घंटे में पटरियों को ठीक कर दिया जाएगा और तब तक इस कारीडोर पर चलने वाली सभी गाड़ियां बंद रहेंगी। माना जा रहा है कि इतने करीब 18 घंटे बाद ही दिल्ली-मुंबई के बीच चलने वाली सभी ट्रेनों का परिचालन सामान्य होगा।