यूपी के तीन बदमाशों ने चुराईं 10000 गाड़ियां, जानिये- कैसे पकड़े गए शातिर
दिल्ली पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, मेरठ (यूपी) के रहने वाले तीनों शातिर बदमाशों के निशाने पर सिर्फ लग्जरी कारें या फिर एसयूवी गाड़ियां ही रहती थीं
नई दिल्ली, जेएनएन। देश की राजधानी दिल्ली में ऐसे कार चोर गैंग गिरोह का पर्दाफाश हुआ है, जिसने तीन साल के भीतर ही 10,000 से ज्यादा लग्जरी उड़ा लीं। हैरत की बात है कि इस गैंग में सिर्फ तीन ही बदमाश है, जिन्होंने कार चोरी की इतनी बड़ी घटनाओं को अंजाम दिया। इन तीनों के नाम मोहम्मद आरिफ (22), मोहम्मद कल्लू (22) और मोहम्मद आमिर (23) हैं और ये तीनों मेरठ के रहने वाले हैं।
मेरठ की रहने वाले हैं तीनों बदमाश
दिल्ली पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, मेरठ के रहने वाले तीनों शातिर बदमाशों के निशाने पर सिर्फ लग्जरी कारें या फिर एसयूवी गाड़ियां ही रहती थीं। ये इतने शातिराना ढंग से गाड़ियां चुराते थे कि महज 3 सालों में इन तीनों ने 10,000 से ज्यादा लग्जरी गाड़ियां चुरा लीं। दिल्ली पुलिस की मानें तो तीनों की गिरफ्तारी से पिछले 3 सालों में 10,000 से ज्यादा गाड़ियों की चोरी की गुत्थी सुलझ गई है। कार चुराने की कोशिश के दौरान कीर्ति नगर पुलिस थाने की एक टीम ने इन तीनों को धर दबोचा।
दिल्ली से चुराई गाड़ियों को ओड़िशा तक बेचते थे
ये तीनों शातिर दिल्ली के साथ एनसीार में भी गाड़ियों पर हाथ साफ करते थे। पहले ये तीनों दिल्ली से कारों को चुराते थे, फिर पकड़ जाने के डर से दिल्ली में न बेचकर कारें यूपी, ओडिशा और राजस्थान में जाकर बेच देते थे। इसके लिए वे राज्यों के कार चोर गिरोहों के संपर्क में भी रहते थे। ये शातिर कारों के चेसिस नंबर, इंजन और नंबरप्लेट के साथ छेड़छाड़ करते थे और इन्हें दूसरे राज्यों में बेच देते थे।
डीसीपी (वेस्ट) मोनिका भारद्वाज की मानें तो कार चोरी की बढ़ती वारदात के मद्देनजर कीर्ति नगर के एसएचओ अनिल शर्मा की अगुआई में एक टीम गठित की गई थी। डीसीपी ने बताया कि चोरी हुई एक कार में जीपीएस लगा हुआ था और इसी वजह से ये चोर पकड़े गए।