Eid al-Adha 2021: कोरोना के चलते बकरों की हो रही ऑनलाइन बिक्री और होम डिलीवरी
Happy Eid-ul-Adha 2021 इस साल लोगों को बाजार में कोरोना का डर सता रहा है। इसके चलते वह वाट्सएप पर ही बकरे का फोटो मांगकर पसंद कर रहे हैं। इसके बाद उनके घरों पर बकरों की होम डिलीवरी की जा रही हैं।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली समेत देशभर में बुधवार को ईद-उल-अजहा (बकरीद) मनाई जाएगी। कोरोना महामारी के बीच मुस्लिम परिवार इसे मनाने की तैयारी में जुटे हैं, वहीं ईद से चंद दिन पहले बकरों की ऑनलाइन बुकिंग भी होने लगी है। जामा मस्जिद के पास बकरों का बाजार लगाने वाले व्यापारियों का कहना है कि वर्षों से उनके कुछ ग्राहक ऐसे हैं, जो बाजार आने से पहले उनसे फोन पर बकरों की जानकारी ले लेते हैं। इस साल लोगों को बाजार में कोरोना का डर सता रहा है। इसके चलते वह वाट्सएप पर ही बकरे का फोटो मांगकर पसंद कर रहे हैं। इसके बाद उनके घरों पर बकरों की होम डिलीवरी की जा रही हैं।
मेवात से जामा मस्जिद के पास बकरे बेचने के लिए आए सांजे आलम का कहना है कि वह 13 साल से लगातार मेवात से लाकर दिल्ली में बकरे बेचते हैं। इस साल कोरोना के खौफ के चलते उनकी बिक्री कम हुई है। ऐसे में कुछ ग्राहक उनसे फोन पर ही बकरों की कीमत, नस्ल और वजन की जानकारी ले रहे हैं। इसके लिए वह वाट्सएप पर वह संबंधित बकरे का फोटो ग्राहक को भेजकर पसंद करवा रहे हैं। इसके बाद सामने से ग्राहक अपनी पसंद का बकरा घर तक मंगा रहा है। वहीं, तिमारपुर के रहने वाले बकरा व्यापारी दानिश कुरैशी का कहना है कि इस साल उनका बाजार आधा रह गया है। बकरों की कीमत थोड़ी बढ़ने के कारण लोग मिलकर बकरा खरीद रहे हैं। साथ ही घर पर बकरा मंगाने की डिमांड कर रहे हैं।
इसके लिए वह वाट्सएप और फेसबुक जैसे इंटरनेट मीडिया का प्रयोग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह अब तक दिल्ली और नोएडा के ग्राहकों को ऑनलाइन माध्यम से 15 से अधिक बकरे बेच चुके हैं, जिससे उनकी करीब आठ लाख रुपये की कमाई भी हुई है। उनका कहना है कि अगर ऐसे ही हालात रहे तो वह आने वाले समय में बच्चों के साथ मिलकर वेबसाइट बनवा लेंगे और घर बैठे ऑनलाइन बिजनेस ही करेंगे।
यातायात पुलिस से बचने के लिए होम डिलीवरी पसंद कर रहे ग्राहक
व्यापारियों का कहना है कि हमेशा से ग्राहक बकरा घर पहुंचाने की मांग करते हैं। इसके पीछे यातायात पुलिस के नियम आते हैं। वह जब बकरा गाड़ी या स्कूटर पर लेकर जाते हैं तो पुलिसकर्मी उन्हें रोककर चालान करते हैं। साथ ही उनके वाहन सीज तक कर देते हैं। ऐसे में अब ऑनलाइन खरीदारी के बाद ग्राहकों की आधी टेंशन खत्म हो जा रही है। व्यापारी बताते हैं कि वह अपनी गाड़ियों से सीधे ग्राहकों के घर पर बकरे पहुंचा रहे हैं।