Delhi House Collapse: नंद नगरी में दो मंजिला मकान गिरने से एक की मौत, दो घायल
नंद नगरी में शनिवार दोपहर एक दो मंजिला मकान भरभराकर गिर गया। उसमें दबने से एक व्यक्ति की मौत हो गई। जबकि बुजुर्ग दंपती गंभीर रूप से घायल हो गए। मृतक की पहचान कांति लाल (60) के रूप में हुई है।
नई दिल्ली [आशीष गुप्ता]। नंद नगरी में शनिवार दोपहर एक दो मंजिला मकान भरभराकर गिर गया। उसमें दबने से एक व्यक्ति की मौत हो गई। जबकि बुजुर्ग दंपती गंभीर रूप से घायल हो गए। मृतक की पहचान कांति लाल (60) के रूप में हुई है, जो तीन गली छोड़ कर रहते थे। घायल धनीराम और उनकी पत्नी अनारो देवी को जीटीबी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जो मकान गिरा, उसमें करीब सप्ताह भर पहले दरारें आने से झुकाव आ गया था। इसलिए मरम्मत कराई जा रही थी। हादसे के बाद एनडीआरएफ, दिल्ली पुलिस, पूर्वी दिल्ली नगर निगम, सिविल डिफेंस और अग्निमशन विभाग की टीमों ने बचाव कार्य किया।
नंद नगरी के ई-चार ब्लाक में मकान नंबर-281 धनीराम का है। मकान के नीचे तीन दुकानों में से एक में उनकी आटा चक्की लगी थी। दो दुकानें किराये पर थीं। शनिवार दोपहर धनीराम पत्नी अनारो देवी के साथ मकान की दूसरी मंजिल पर थे। उनके छोटे बेटे धर्मेंद्र की पत्नी पुष्पा बेटे विवेक के साथ पहली मंजिल पर थीं। जबकि उनका बड़ा बेटा राजकुमार उर्फ राजू मकान के बाहर खड़ा था। राजू का बेटा राहुल दुकान में था।
दोपहर करीब डेढ़ बजे राजू ने देखा कि मकान का झुकाव आगे की तरफ ज्यादा हो गया है और उसमें से कुछ हिस्से टूट कर गिर रहे हैं। उन्होंने शोर मचाकर सबको बाहर आने के लिए कहा। शोर सुन कर उनके माता-पिता को छोड़ कर सभी लोग घर से बाहर आ गए। इतने में जोरदार आवाज के साथ मकान भरभराकर गिर गया। कुछ देर तक सिर्फ धूल का गुबार नजर आया। अफरातफरी मच गई।
हादसे की सूचना पर पुलिस और अग्निशमन विभाग के कर्मचारियों ने पहुंच कर राहत कार्य शुरू किया। फिर पूर्वी निगम की टीम जेसीबी, डंपर व कूड़ा उठाने वाली गाड़ियां लेकर पहुंची। सिविल डिफेंस वालंटियर भी काफी संख्या में वहां पहुंच गए। इन्होंने मिलकर मलबे से घायल धनीराम और उनकी पत्नी अनारो देवी को निकाल कर कैट्स एंबुलेंस में जीटीबी अस्पताल भेज दिया।
तभी किसी पड़ोसी ने बताया कि हादसे के वक्त तीन गली छोड़ कर किराये के मकान में रहने वाले कांति लाल को दूध की थैली के साथ इस मकान के सामने देखा था। हादसे के बाद से वह नजर नहीं आ रहे। इतने में गाजियाबाद से एनडीआरएफ की एक टीम भी मौके पर पहुंच गई। करीब साढ़े चार घंटे मलबा हटाने के बाद मकान के सामने बरगद के पेड़ के करीब कांति लाल दबे हुए मिले। जिसके बाद उन्हें जीटीबी अस्पताल भेजा गया, वहां डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।