हुनर हाट में जलवा बिखेगा ओखला का हस्तशिल्प, मुख्तार अब्बास नकवी ने दिखाई दिलचस्पी
मंत्रालय द्वारा देसी उत्पादों व कारीगरों को बढ़ावा देने के लिए देश के विभिन्न राज्यों में नियमित तौर पर इस मेले का आयोजन किया जा रहा है जिससे देश के शिल्पकारों को राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिल रही है।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। पिछले वर्ष नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) आंदोलन के लिए चर्चा में आया ओखला अब अपने हस्तशिल्प के लिए पहचाना जाएगा। अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय ने यहां के हस्तशिल्प को हुनर हाट मेले के जरिए बड़ा मंच देने में दिलचस्पी दिखाई है।
मंत्रालय द्वारा देसी उत्पादों व कारीगरों को बढ़ावा देने के लिए देश के विभिन्न राज्यों में नियमित तौर पर इस मेले का आयोजन किया जा रहा है, जिससे देश के शिल्पकारों को राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिल रही है। ओखला के हस्तशिल्प मामले में खुद अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने रूचि दिखाई है तथा कुछ हुनरमंदाें के फार्म भरवाए हैं।
इस संबंध में सामाजिक संस्था इंस्टीट्यूट आफ लर्निंग मेनिया की अध्यक्ष व ओखला की सामाजिक कार्यकर्ता शमा खान ने उनसे मुलाकात की, जिसमें उन्होंने जूट, बेकार कोल्ड ड्रिंक की बोतल, प्लास्टिक, बेकार अखबार आदि से बनी सजावटी व उपयोगी सामानों को भेंट किया। मुलाकात के बाद शमा खान ने बताया कि केंद्रीय मंत्री ओखला की हस्तशिल्प से प्रभावित दिखे तथा इन उत्पादों को व्यापक मंच देने को कहा।
शमा खान ने कहा कि सियासत करने वालों को लोगों के सरोकारों से कोई मतलब नहीं है, लेकिन ओखला में एक बड़ा वर्ग ऐसा है जो अपने हुनर को चमकाने में जुटा है। उन्हें बस एक मंच की जरूरत है। ओखला के शाहीन बाग में वर्ष 2019 के अंत में से वर्ष 2020 के शुरू के महीने तक सीएए के खिलाफ विवादस्पद आंदोलन चला था। ओखला समेत आस-पास के इलाके में आंदोलनकारियों ने हिंसक वारदातों के जरिये दंगा भड़काने की कोशिश की थी।