दिल्ली यूनिवर्सिटी में NSUI ने वीर सावरकर की मूर्ति पर लगाई स्याही, छात्रों ने दूध से नहलाया
एनएसयूआई के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष अक्षय लाकड़ा ने कहा कि एबीवीपी की तरफ से नेताजी सुभाष चंद्र बोस और भगत सिंह की आड़ में सावरकर की सोच को डीयू में बढ़ावा देने का काम किया जा रहा है।
नई दिल्ली, जेएनएन। नेशनल स्टूडेंट यूनियन ऑफ इंडिया (NSUI) ने गुरुवार को तड़के तीन बजे के करीब डीयू में आर्ट्स फैकल्टी के बाहर 20 अगस्त के दिन एबीवीपी के छात्र नेता और डूसू के तत्कालीन अध्यक्ष शक्ति सिंह द्वारा लगाई गई स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस, सरदार भगत सिंह और वीर सावरकर की मूर्तियों में से सिर्फ सावरकर की मूर्ति पर स्याही लगाई। साथ ही इस मूर्ति पर जूतों की माला भी पहनाई। डीयू के छात्रों के अनुसार छात्रों ने दोपहर बाद दूध से सावरकर की मूर्ति से स्याही को साफ किया। मूर्ति स्थापना के बाद से आर्ट्स फैकल्टी के बाहर पुलिस तैनात है।
डीयू में नहीं चलेगी सावरकर की सोच
एनएसयूआई के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष अक्षय लाकड़ा ने कहा कि एबीवीपी की तरफ से नेताजी सुभाष चंद्र बोस और सरदार भगत सिंह की आड़ में सावरकर की सोच को डीयू में बढ़ावा देने का काम किया जा रहा है। हमें यह अस्वीकार है।
बाकी मूर्तियों पर चढ़ाई फूल माला
हमने गुरुवार को तड़के 3 बजे एक तरफ नेताजी सुभाष चंद्र बोस और सरदार भगत सिंह की मूर्तियों पर फूल माला चढ़ाई और इनके अमर होने के नारे लगाए। लेकिन, सावरकर की मूर्ति पर स्याही लगाई और जूते की माला मूर्ति को पहनाई।