Delhi NCR Earthquake Update: दिल्ली-एनसीआर में भूकंप की निगरानी के लिए स्थापित किए गए निगरानी उपकरण
Delhi NCR Earthquake Update एनसीएस ने कुछ विशेषज्ञों के साथ सलाह-मशविरा कर दिल्ली और उसके आसपास भूकंप की गतिविधि की करीबी निगरानी के लिए अतिरिक्त रिकार्डिंग उपकरणों को तैनात किया है। इससे समय-समय पर होने वाली भूगर्भीय हलचल का पता चल सकेगा।
नई दिल्ली [संजीव गुप्ता]। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (एनसीएस) ने दिल्ली में और इसके आसपास भूकंपीय गतिविधि की करीबी निगरानी के लिए अतिरिक्त भूकंप रिकार्डिंग उपकरण स्थापित किए हैं। दरअसल, पिछले साल इस क्षेत्र में भूकंप की एक श्रृंखला देखी गई थी। इसके बाद ही पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय ने इस आशय के निर्देश जारी किए थे। उपग्रह से मिली जानकारी के आधार पर दिल्ली के वजीराबाद, तिमारपुर और कमला नेहरू रिज, राजस्थान के झुंझुनूं और अलवर जिले, हरियाणा में सोनीपत, गुरुग्राम, रोहतक, रेवाड़ी और नूंह जिले, उत्तर प्रदेश में बागपत जिले में यह उपकरण लगाए गए हैं। इन सभी स्थलों से मिले भूगर्भीय क्षेत्र सर्वेक्षण उपग्रह डेटा का आकलन किया जा रहा है। इससे जो जानकारी मिलेगी वह भविष्य में भूकंपरोधी भवनों के निर्माण में सहायक होगी। एनसीएस ने कुछ विशेषज्ञों के साथ सलाह-मशविरा कर दिल्ली और उसके आसपास भूकंप की गतिविधि की करीबी निगरानी के लिए अतिरिक्त रिकार्डिंग उपकरणों को तैनात किया है। इससे समय-समय पर होने वाली भूगर्भीय हलचल का पता चल सकेगा।
उपकरण की तैनाती वाडिया इंस्टीट्यूट आफ हिमालयन जियोलाजी, देहरादून के सहयोग से की गई है। वहीं, उपकरण से मिलने वाले मानचित्रों और डेटा का विश्लेषण आइआइटी कानपुर के साथ मिलकर किया जा रहा है। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र और इसके आसपास के क्षेत्रों में पिछले साल अप्रैल से मामूली और छोटे-छोटे भूकंप आए थे। इन भूकंपों का केंद्र पूर्वोत्तर दिल्ली, रोहतक, सोनीपत, बागपत, फरीदाबाद और अलवर के इलाकों में था।
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एक अधिकारी ने बताया कि एनसीएस ने भूकंप की निगरानी 11 अतिरिक्त अस्थायी क्षेत्र स्टेशनों के माध्यम से की है, जो भूकंप के कारण स्त्रोतों की बेहतर समझ के लिए भूकंप का सटीक पता लगाने के लिए मई और जून 2020 के दौरान स्थापित किए गए थे। ये सभी स्टेशन परिचालन कर रहे हैं और भूकंप का पता लगाने के लिए वास्तविक समय के पास डेटा प्रदान कर रहे हैं। पिछले तीन महीनों में रिक्टर स्केल पर 1.8 और 2.9 के बीच नौ भूकंप आए और ज्यादातर पश्चिमी दिल्ली, दक्षिण-पश्चिम दिल्ली, रोहतक, सोनीपत, बागपत, बहादुरगढ़ और गाजियाबाद क्षेत्रों में स्थित हैं।