Ambulance Service In Delhi: अब एक फोन पर कुछ ही मिनटों में पहुंचेगी एंबुलेंस, दिल्ली सरकार ने दी गुड न्यूज
Ambulance Service In Delhi दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पहल पर दिल्ली कैबिनेट ने 400 प्राइवेट टैक्सी को एंबुलेंस सेवा के तौर पर हायर करने की मंजूरी दे दी है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। Ambulance Service In Delhi: दिल्ली में सत्तासीन आम आदमी पार्टी सरकार ने राजधानी के लोगों को बड़ी राहत और सहूलियत दी है। अब लोगों के एक फोन पर कुछ ही मिनटों में एंबुलेंस हाजिर हो जाएगी। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पहल पर दिल्ली कैबिनेट ने 400 प्राइवेट टैक्सी को एंबुलेंस सेवा के तौर पर हायर करने की मंजूरी दे दी है। इसमें से 200 शुरू भी कर दी गई हैं और बाकी 200 भी जल्द शुरू कर दी जाएंगी। इससे मरीजों को एंबुलेंस के लिए लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा। दिल्ली कैबिनेट ने बीते बुधवार को 400 टैक्सी एंबुलेंस सेवा के लिए किराए पर लेने की मंजूरी दी है।
यहां पर बता दें कि कोरोना संक्रमण की घटती रफ्तार दिल्लीवासियों के लिए राहत प्रदान करने वाली है। राजधानी में पिछले सप्ताह एक्टिव मरीजों की संख्या 19155 थी जो इस सप्ताह 16031 रह गई है। राजधानी के अस्पतालों में 15466 बेड हैं जिसमें 11874 बेड खाली हैं। करीब 77 फीसद बेड अभी खाली हैं। जितने मरीज प्रतिदिन भर्ती हो रहे हैं उससे ज्यादा मरीज ठीक हो रहे हैं। इस कारण अस्पतालों में काफी बेड खाली हैं। साथ ही प्रत्येक सप्ताह अस्पतालों में कोरोना मरीजों के लिए बेड बढ़ाए जा रहे हैं। दक्षिणी दिल्ली में दो सौ बेड क्षमता वाले अंबेडकर अस्पताल को शुरू करने की मंजूरी दी गई है।
सभी अस्पतालों में हल्के लक्षण वाले व गंभीर मरीजों के इलाज की सुविधा है। प्लाज्मा थेरेपी को अब राजधानी के कई अस्पतालों में शुरू किया गया है। जिस कारण मृत्यु दर में कमी आई है। मृत्यु दर घटकर 2.95 फीसद हो गया है। जून में मृत्यु दर का फीसद 3.64 था। राजधानी में कोरोना से रिकवरी की दर 83.99 फीसद पहुंच गई है। जबकि राष्ट्रीय स्तर पर कोरोना से रिकवरी की दर 62.86 फीसद है। राजधानी में बड़े स्तर पर कोरोना की रैपिड जांच की जा रही है। राजधानी में प्लाज्मा थेरेपी लागू करने, ज्यादा जांच करने व होम आइसोलेशन के कारण यह कमी आई है। कई विशेषज्ञों का मानना है कि कोरोना कमजोर हुआ है जिससे लोगों में हल्के लक्षण दिख रहे हैं, लेकिन इसका वैज्ञानिक विश्लेषण किया जाना शेष है।