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गिरफ्तार खालिस्तानी आतंकियों के निशाने पर थे 18 लोग, दिल्‍ली ही नहीं इन राज्‍यों में भी तबाही मचाने का था मंसूबा

गिरफ्तार खूंखार आतंकियों के खुलासे से हड़कंप मचा गया है। इनके निशाने पर 18 लोग थे। वारदात को सफलतापूर्वक अंजाम देने के लिए अाठ की रेकी भी हो चुकी थी।

By Prateek KumarEdited By: Published: Sun, 28 Jun 2020 08:52 PM (IST)Updated: Mon, 29 Jun 2020 08:43 AM (IST)
गिरफ्तार खालिस्तानी आतंकियों के निशाने पर थे 18 लोग, दिल्‍ली ही नहीं इन राज्‍यों में भी तबाही मचाने का था मंसूबा
गिरफ्तार खालिस्तानी आतंकियों के निशाने पर थे 18 लोग, दिल्‍ली ही नहीं इन राज्‍यों में भी तबाही मचाने का था मंसूबा

नई दिल्ली [संतोष शर्मा]। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल द्वारा गिरफ्तार खालिस्तान लिबरेशन फ्रंट (केएलएफ) मॉड्यूल के तीनों खालिस्तानी अातंकी भारत में बड़े स्तर पर कत्लेअाम मचाने की जुगत में थे। शिव सेना के अलावा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (अारएसएस) अौर बजरंग दल के नेता सहित अन्य धार्मिक संगठनों के लोग उनके निशाने पर थे। मौका देखते ही वे उनकी हत्या करने की जुगत में थे।

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18 लोगों की सूची थी तैयार

अातंकियों ने एेसे 18 लोगों की सूची तैयार की थी। इसमें वारदात को सफलतापूर्वक अंजाम देने के लिए अाठ की रेकी भी पूरा कर चुके थे। जिन लोगों की सूची अातंकियों ने तैयारी की थी उनमें से ज्यादातर दिल्ली, पंजाब, हरियाणा अौर उत्तर भारत के रहने वाले हैं। यही नहीं कुछ कारोबारी के नाम भी अातंकियों की हिट लिस्ट में हैं। हालांकि अातंकियों ने कारोबारियों को वसूली करने वालों की सूची में रख रखा था।

पूछताछ में चार और युवकों का चला पता

पुलिस अधिकारी ने बताया कि अातंकियों से पूछताछ में चार अन्य युवकों का पता चला है। सभी पंजाब के रहने वाले हैं अौर हथियार के प्रशिक्षण के लिए उन्हें जल्द पाकिस्तान भेजने की तैयारी थी। अातंकी अांदोलन से प्रेरित युवको को अपने नेटवर्क में जोड़ रहे थे। इसकी जानकारी मिलने के बाद पुलिस की टीम ने उन चारों संदिग्धों की तलाश शुरू कर दी है।

स्‍पेशल सेल कर रही छापेमारी

फिलहाल पुलिस से बचने के लिए चारों पंजाब व हरियाणा में छिपकर रह रहे हैं। उन्हें दबोचने के लिए स्पेशल सेल की टीम दो टीमें अलग-अलग पंजाब और हरियाणा में छापेमारी कर रही है। अधिकारी के मुताबिक गिरफ्तार अातंकी गत चार-पांच वर्ष से सक्रिय थे। लेकिन, पाकिस्तानी हैंडलर के निर्देश पर पिछले आठ महीने से उन्होंने भारत में केएलएफ का अपना नेटवर्क बनाना शुरू किया था। इसी बीच इसकी भनक दिल्ली पुलिस को लग गई अौर करीब तीन महीने की मशक्कत के बाद स्पेशल सेल के डीसीपी संजीव कुमार यादव की टीम ने खालिस्तानी अातंकी मोहिंदर पाल सिंह, गुरतेज सिंह अौर लवप्रीत के गिरफ्तार कर लिया।

आइएसआइ के हैंडलर के संपर्क में थे ये तीनों आतंकी

तीनों अातंकी पाक खुफिया एजेंसी आइएसआइ के हैंडलर अब्दुल्ला, भारत में प्रतिबंधित संगठन सिख फॉर जस्टिस के अवतार सिंह अौर गोपाल सिंह चावला के संपर्क में थे। उन्हें पाकिस्तान में छुपा जैश-ए-मोहम्मद का चीफ हाफिज सईद टारगेट अौर वारदात के लिए निर्देश दे रहा था। आतंकी गुरतेज सिंह बड़े स्तर पर लोगों को अपने नेटवर्क से जोड़ रहा था।

युवाओं को प्रशिक्षण के लिए पाकिस्‍तान भेजने की थी तैयारी

वहीं, लवप्रीत सोशल मीडिया के माध्यम से युवाअों को अपनी अोर लुभाने में लगा हुअा था। उसने चार कट्टर नौजवानों को अपने नेटवर्क से जोड़ा था। उन चारों को प्रशिक्षण के लिए जल्द पाकिस्तान भेजने की योजना थी। दरअसल स्पेशल सेल ने 15 जून को उत्तम नगर के हस्तसाल से पहले मोहिंदर पाल सिंह अौर बाद में पंजाब से गुरतेज सिंह अौर लवप्रीत को गिरफ्तार किया था। पूछताछ में पता चला था कि मुंबई हमले का मास्टर माइंड हाफिज सईद खालिस्तानी अांदोलन को हवा देकर देश में बड़े पैमाने पर खून-खराबा कराना चाहता है। इसके लिए वह इन तीनों का सहारा ले रहा था।


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