जल संकट से निपटने के लिए नोएडा अथॉरिटी ने विकसित किया 33 एकड़ में कृत्रिम वेटलैंड Noida News
गिरते भू-जल स्तर को बचाने के लिए नोएडा प्राधिकरण ने 33 एकड़ जमीन जमीन पर कृत्रिम वेटलैंड को विकसित कर प्राकृतिक में तब्दील किया है।
नोएडा, जेएनएन। गिरते भू-जल स्तर को बचाने के लिए नोएडा प्राधिकरण ने पिछले चार महीने में 33 एकड़ जमीन पर कृत्रिम वेटलैंड को विकसित किया है। प्राधिकरण के इस कार्य की सराहना अब भारत सरकार के जल शक्ति मंत्रालय में हो रही है। इसको लेकर रविवार को जल शक्ति मंत्रालय से अधिकारियों ने सेक्टर-6 स्थित इंदिरा गांधी कला केंद्र में कार्यशाला का आयोजन किया।
नोएडा प्राधिकरण की ओर भू-जल स्तर को बढ़ाने के लिए किस प्रकार से प्रयास किया जा रहा है कार्यक्रम में इसकी विस्तार से चर्चा की गई। इसमें बताया गया कि कितने छोटे समय में नोएडा प्राधिरकण की ओर से सेक्टर-91, सेक्टर-54 सहित तमाम जगहों पर कृत्रिम वेटलैंड को विकसित किया गया। इन जगहों पर पिछले चार माह से कूड़े-कचरे का डंपिंग ग्राउंड था, आज वहां पर प्राकृतिक वेटलैंड की तरह पहली बारिश का जल भरा हुआ है।
तैयार वेटलैंड के माध्यम से बारिश में अनुमानित 2.5 लाख लीटर जल को सरंक्षित किया जा सकेगा। नोएडा प्राधिकरण में पर्यावरण संरक्षण के लिए किस प्रकार से युद्ध स्तर पर काम कर रहा है। स्थानीय लोगों को जल संरक्षण के प्रति जागरूक करने का कार्यक्रम भी आयोजित किए जा रहे है।
इन जगहों का वेटलैंड तैयार किया गया
स्थान वेटलैंड
सेक्टर-91 12 एकड़ कृत्रिम
सेक्टर-45 एक एकड़
सेक्टर-85 1.5 एकड़ कृतिम
ग्राम-गेझा एक एकड़ का तालाब
बायोडायवर्सिटी, सेक्टर-91 5 एकड़ कृत्रिम
सेक्टर-54 12.5 एकड़ कृत्रिम
नोएडा प्राधिकरण के महाप्रबंधक महाप्रबंधक ने कहा कि जल शक्ति मंत्रालय के उपनिदेशक ऋषि कुमार को गौतमबुद्धनगर में भू-जल स्तर को बढ़वाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। जल संचयन की तैयारियों को लेकर कार्यशाला में विस्तार से जानकारी दी गई है।