दिल्ली सरकार के प्रस्ताव पर किसी को नहीं मिला पद्मश्री सम्मान
Padma Shri Award केंद्र सरकार की ओर से राजधानी दिल्ली से जिन लोगों का नाम पद्मश्री के लिए चयन किया गया है। उनमें जामिया मिल्लिया इस्लामिया की कुलपति प्रो. नजमा अख्तर सेंटर फार पालिसी स्टडीज के निदेशक डा. जेके बजाज व अरविंदो आश्रम दिल्ली की चेयरपर्सन तारा जौहर शामिल हैं।
नई दिल्ली [वीके शुक्ला]। केंद्र सरकार ने मंगलवार को गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर पद्म पुरस्कारों का एलान कर दिया। इसमें जिन लोगों का चयन पद्मश्री सम्मान के लिए हुआ है। उनमें दिल्ली के भी तीन नाम शामिल हैं, मगर इन नामों में एक भी नाम दिल्ली सरकार द्वारा भेजे गए प्रस्ताव से शामिल नहीं है। यहां पर बता दें कि बुधवार को गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान दिल्ली की झांकी भी नहीं दिखेगी।
गौरतलब है कि केंद्र सरकार की ओर से राजधानी दिल्ली से जिन लोगों का नाम पद्मश्री के लिए चयन किया गया है।उनमें जामिया मिल्लिया इस्लामिया की कुलपति प्रो. नजमा अख्तर, सेंटर फार पालिसी स्टडीज के निदेशक डा. जेके बजाज व अरविंदो आश्रम दिल्ली की चेयरपर्सन तारा जौहर शामिल हैं।
बता दें कि केंद्र द्वारा भेजे गए प्रस्ताव पर दिल्ली सरकार ने इस साल पद्म अवार्ड के लिए जनता से 11 जून को सुझाव मांगे थे।सुझाव आने वाले 28 अगस्त को मुख्यमंत्री अर¨वद केजरीवाल ने प्रेसवार्ता कर बताया था कि दिल्ली में हजारों डाक्टर्स हैं जिन्हें पद्म पुरस्कार दिए जाने की मांग की जा रही है, हालांकि सीमित संख्या होने की वजह से दिल्ली सरकार ने सुझावों में से सिर्फ तीन नामों को ही पद्म पुरस्कार के लिए केंद्र सरकार के पास भेजना का फैसला किया था। पद्म पुरस्कारों के लिए सरकार को 9,427 सुझाव मिले थे।
बता दें कि दिल्ली के उपमुख्यमंत्री सीएम मनीष सिसोदिया के नेतृत्व वाली समिति ने पद्म पुरस्कारों के लिए तीन डाक्टरों ने नाम प्रस्तावित किए थे।इनमें यकृत एवं पित्त विज्ञान संस्थान (आइएलबीएस) से डा एसके सरीन, लोकनायक के डा सुरेश कुमार और मैक्स अस्पताल से डा. संदीप बुद्धिराजा के नामों का चयन किया गया था।दिल्ली सरकार ने डाक्टरों के नाम के पीछे का कारण कोरोना महामारी के समय इनका सराहनीय योगदान बताया था।