Move to Jagran APP

2012 Delhi Nirbhaya case: निर्भया ने पिता नेे फिर जताई ख्वाहिश- 'चारों दरिंदों को फांसी पर लटकते देखना चाहता हूं'

Nirbhaya case Updates निर्भया की मां को उम्मीद है कि चारों दोषियों अक्षय ठाकर मुकेश सिंह विनय कुमार शर्मा और पवन कुमार गुप्ता को 22 जनवरी की सुबह 7 बजे फांसी होगी।

By JP YadavEdited By: Published: Tue, 14 Jan 2020 10:55 AM (IST)Updated: Tue, 14 Jan 2020 07:08 PM (IST)
2012 Delhi Nirbhaya case: निर्भया ने पिता नेे फिर जताई ख्वाहिश- 'चारों दरिंदों को फांसी पर लटकते देखना चाहता हूं'
2012 Delhi Nirbhaya case: निर्भया ने पिता नेे फिर जताई ख्वाहिश- 'चारों दरिंदों को फांसी पर लटकते देखना चाहता हूं'

नई दिल्ली, एएनआइ। Nirbhaya case Updates: 2 दोषियों मुकेश सिंह और विनय कुमार शर्मा की क्यूरेटिव पेटिशन (उपचारात्मक याचिका) सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को सुनवाई के दौरान खारिज कर दी। इसके बाद 22 जनवरी को सुबह 7 बजे दोनों दोषियों को दिल्ली की तिहाड़ जेल में फांसी देने का रास्ता साफ हो गया है। 

loksabha election banner

वहीं, फैसला आने के बाद निर्भया की मां ने कहा कि यह मेरे लिए बड़ा दिन है। मैं सात साल से लगातार इस दिन के लिए लड़ रही थी, लेकिन सबसे बड़ा दिन तो 22 जनवीर होगा जब चारों दोषी विनय कुमार शर्मा, पवन कुमार गुप्ता, मुकेश सिंह और अक्षय सिंह ठाकुर को फांसी दी जाएगी। 

वहीं, सुनवाई से ठीक पहले निर्भया की मां ने समाचार एजेंसी एएनआइ से बातचीत में कहा था कि उन्होंने पूरी उम्मीद है कि दोनों दोषियों की याचिका सुप्रीम कोर्ट से खारिज होगी। इसी के साथ उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें इस बात की भी उम्मीद है कि चारों दोषियों अक्षय ठाकर, मुकेश सिंह, विनय कुमार शर्मा और पवन कुमार गुप्ता को 22 जनवरी की सुबह 7 बजे फांसी होगी। 

वहीं, क्यूरेटिव पेटिशन खारिज होने के बाद निर्भया के पिता ने भी मीडिया से बातचीत में सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर खुशी जताई है, साथ ही कहा है कि वे अपने फांसी सभी चारों दोषियों को फांसी पर लटकते देखना चाहते हैं। 

बता देें कि 16 दिसंबर, 2012 को दिल्ली के वसंत विहार इलाके में चलती बस में कुल छह दरिंदों (राम सिंह, एक नाबालिग, मुकेश सिंह, अक्षय सिंह ठाकुर, विनय कुमार शर्मा और पवन कुमार गुप्ता) ने निर्भया के साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया था।  इसके बाद देशभर में गुस्से को देखते हुए सरकार के निर्देश पर फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चला था। पहले निचली अदालत फिर दिल्ली हाई कोर्ट और अंत में सुप्रीम कोर्ट ने चारों दोषियों अक्षय,मुकेश, पवन और विनय की फांसी पर मुहर लगाए, वहीं, राम सिंह ने जेल में ही फांसी लगाकर जान दे दी तो अन्य नाबालिग जुवेनाइल कोर्ट में सजा पूरी कर चुका है। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.