नया डेथ वारंट जारी होने पर निर्भया की मां ने सिस्टम पर उठाया सवाल
निर्भया केस में पटियाला हाउस कोर्ट द्वारा नया डेथ वारंट जारी होने पर उनकी मां ने सिस्टम पर सवाल उठाए हैं।
नई दिल्ली, एएनआइ। निर्भया केस में पटियाला हाउस कोर्ट द्वारा नया डेथ वारंट जारी होने पर उनकी मां ने सिस्टम पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि जो मुजरिम चाहते थे वही हो रहा है। तारीख पर तारीख, तारीख पर तारीख। हमारा सिस्टम ऐसा है कि जहां दोषी की सुनी जाती है। निर्भया की मां ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील करते हुए कहा कि उनकी बच्ची की मौत के साथ मजाक ना होने दें। पीएम मोदी से कानून में संशोधन की मांग करते हुए निर्भया की मां ने उन्हें 2014 में प्रधानमंत्री बनने के पहले किए गए वादे 'अब बहुत हुआ नारी पर वार, अबकी बार मोदी सरकार' भी याद दिलाया।
Asha Devi, mother of 2012 Delhi gang-rape victim: Jo mujrim chahte the vahi ho raha hai...tareek pe tareek, tareek pe tareek. Humara system aisa hai ki jahan convict ki suni jaati hai. pic.twitter.com/y3ZdvN52mV
— ANI (@ANI) January 17, 2020
पिता ने कहा, चारों दोषियों को फांसी पर लटकते देखना चाहते हैं
इससे पहले पटियाला हाउस कोर्ट द्ववारा 22 जनवरी को डेथ वारंट जारी होने पर निर्भया की मां ने कहा था कि यह मेरे लिए बड़ा दिन है। मैं सात साल से लगातार इस दिन के लिए लड़ रही थी, लेकिन सबसे बड़ा दिन 22 जनवरी होगा जब चारों दोषी विनय कुमार शर्मा, पवन कुमार गुप्ता, मुकेश सिंह और अक्षय सिंह ठाकुर को फांसी दी जाएगी। मुझे पूरी उम्मीद है कि दोनों दोषियों की याचिका सुप्रीम कोर्ट से खारिज होगी। वहीं, क्यूरेटिव पेटिशन खारिज होने के बाद निर्भया के पिता ने कहा था कि वे अपने फांसी सभी चारों दोषियों को फांसी पर लटकते देखना चाहते हैं।
ज्ञात हो कि 16 दिसंबर, 2012 को दिल्ली के वसंत विहार इलाके में चलती बस में छह दरिंदों (राम सिंह, एक नाबालिग, मुकेश सिंह, अक्षय सिंह ठाकुर, विनय कुमार शर्मा और पवन कुमार गुप्ता) ने निर्भया के साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना को बर्बर तरीके से अंजाम दिया। इसके बाद पूरे देश में गुस्से की लहर दौड़ गई और पूरे देश मं प्रदर्शन हुए। इसको देखते हुए केंद्र सरकार के निर्देश पर फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चला था। पहले निचली अदालत, फिर दिल्ली हाईकोर्ट और अंत में सुप्रीम कोर्ट ने चारों दोषियों अक्षय, मुकेश, पवन और विनय की फांसी पर मुहर लगाई, वहीं, राम सिंह ने जेल में ही फांसी लगाकर जान दे दी थी तो अन्य नाबालिग जुवेनाइल कोर्ट में सजा पूरी कर चुका है।