यूपी के दो लेखपालों का अजब कारनामा, पाकिस्तानी के नाम पर दर्ज कर दी जमीन
उत्तर प्रदेश के मोदीनगर तहसील की सीकरी खुर्द गांव की करोड़ों की जमीन पाकिस्तानी के नाम दर्ज करने के मामले में दो लेखपाल निलंबित किए गए हैं।
गाजियाबाद [अनिल त्यागी]। मोदीनगर तहसील की सीकरी खुर्द गांव की करोड़ों की जमीन पाकिस्तानी के नाम दर्ज करने के मामले में दो लेखपाल निलंबित किए गए हैं। कई अफसरों व कर्मचारियों की भूमिका की जांच चल रही है। दैनिक जागरण ने 06 जनवरी के अंक में जमीन में पाकिस्तानी का नाम दर्ज करने के प्रकरण को प्रमुखता से प्रकाशित किया था। जुलाई 2018 के आसपास जमीन के कागजात में पाकिस्तान के लाहौर निवासी अलाउद्दीन व मेरठ के लालकुर्ती निवासी महीउद्दीन का नाम दर्ज किया गया है।
एसडीएम ने प्रथम दृष्टया जांच में दोषी पाए जाने पर सीकरी खुर्द गांव के लेखपाल रहे योगेंद्र सिंह व सुबोध कुमार को निलंबित कर दिया है। नाम दर्ज करने में तहसील के कई अफसरों और कर्मचारियों की संलिप्तता पाई गई है। ऐसे में उन पर भी कार्रवाई की तलवार लटकी है।
यह था मामला
तहसील प्रशासन की मिलीभगत से 566 बीघा जमीन कागजों में ही गुम हो गई। 1958 में सीकरी खुर्द गांव निवासी शेख निजामुद्दीन के निधन के बाद जमीन के कागजात में पाकिस्तान निवासी उनके भाई अलाउद्दीन का नाम दर्ज हो गया। 1969 तक इस जमीन पर अलाउद्दीन का नाम चला। 1970 के आसपास चकबंदी के दौरान पूरी जमीन पर मेरठ के लालकुर्ती निवासी महीउद्दीन का नाम दर्ज हो गया। चेयरमैन अशोक माहेश्वरी ने तहसीलदार कोर्ट में पिछले दिनों आपत्ति दर्ज कराई थी कि पालिका क्षेत्र की 85 बीघा जमीन में पाकिस्तान के रहने वाले व्यक्ति का नाम गलत ढंग से दर्ज कर दिया गया। तहसील अफसरों ने कार्रवाई के बजाए मामला रफा-दफा कर दिया।
मोदीनगर के एसडीएम, पवन अग्रवाल, ने कहा कि प्रथम दृष्टया जांच में दो लेखपालों की भूमिका सामने आई है। उन्हें निलंबित कर दिया गया है। जांच चल रही है। जांच पूरी होने पर रिपोर्ट डीएम को भेजी जाएगी।
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