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Rohit Shekhar Tiwari Death: अब पोस्टमार्ट रिपोर्ट का इंतजार, रोहित की 'मौत' पर बंटे डॉक्टर

परिवार की ओर से हत्या की भी कोई बात पुलिस से नहीं कही गई है लेकिन पुलिस ने हाई प्रोफाइल मामला होने के चलते पोस्टमार्टम कराना मुनासिब समझा।

By JP YadavEdited By: Published: Thu, 18 Apr 2019 12:45 PM (IST)Updated: Thu, 18 Apr 2019 01:34 PM (IST)
Rohit Shekhar Tiwari Death: अब पोस्टमार्ट रिपोर्ट का इंतजार, रोहित की 'मौत' पर बंटे डॉक्टर
Rohit Shekhar Tiwari Death: अब पोस्टमार्ट रिपोर्ट का इंतजार, रोहित की 'मौत' पर बंटे डॉक्टर

नई दिल्ली, जेएनएन। उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत नारायण दत्त तिवारी के बेटे रोहित शेखर तिवारी की मौत का वजह का खुलासा तो पोस्टमॉर्टम के बाद ही होगी, लेकिन विशेषज्ञ मान रहे हैं मौत की दो वजह हो सकती है- हार्ट अटैक या ब्रेन हैमरेज और लक्षण भी इस ओर इशारा कर रहे हैं।

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यह भी जानकारी सामने आ रही है कि रोहित को इससे पहले दो बार हार्ट अटैक आ चुका था और तीसरी बार का झटका वो झेल नहीं पाए, लेकिन इसकी पुष्टि के लिए पीएम रिपोर्ट का इंतजार करना होगा। इस बाबत पुलिस ने 5 डॉक्टरों के पैनल से पोस्टमॉर्टम कराया है, साथ ही इसकी वीडियॉग्रफी भी कराई है। पुलिस की मानें तो रोहित की मां या पत्नी ने पोस्टमॉर्टम करने से मना करने की कोई बात नहीं कही थी। इतना ही नहीं, परिवार की ओर से हत्या की भी कोई बात पुलिस से नहीं कही गई है, लेकिन पुलिस ने हाई प्रोफाइल मामला होने के चलते पोस्टमार्टम कराना मुनासिब समझा।

दिल्ली पुलिस मामले की शुरुआत से ही रोहित शेखर की प्राकृतिक मौत (Natural Death) और साजिशन मौत (Conspiracy death) को लेकर बंटी हुई है। इसके पीछे बड़ी वजह हैं हालात। वहीं, डॉक्टरों की टीम ने इस बात पर हैरानी जताई है कि रोहित की नाक से खून कैसे आया? ऐसा सामान्य परिस्थिति में नहीं होता। ऐसे में हार्ट अटैक की थ्योरी को बल मिल रहा है। 

कुछ विशेषज्ञों की मानें तो रोहित शेखर की मौत ब्रेन हैमरेज के चलते भी हो सकती है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में ब्रेन हैमरेज की बात सामने आती है, तो यह इत्तेफाक ही होगा कि उनके पिता नारायण दत्त तिवारी की भी मौत ब्रेन हैमरेज के चलते ही हुई थी। बता दें कि नारायण दत्त तिवारी को ब्रेन हैमरेज के चलते ही निजी अस्पताल में भर्ती काराय गया था, जहां पर कई महीने के इलाज के बाद उनकी मौत हो गई, लेकिन उनकी मौत की बड़ी वजह ब्रेन हैमरेज थी, जिसने उन्हें अस्पताल पहुंचा दिया।

यह भी जानकारी सामने आ रही है कि रोहित मतदान के लिए कोटद्वार (उत्तराखंड) गए थे। इसके बाद वहां से सोमवार रात करीब 11 बजे दक्षिण दिल्ली के डिफेंस कॉलोनी के अपने घर लौटे थे। इसके बाद खाना खाने के बाद करीब 11:30 बजे वह अपने कमरे में जाकर सो गए। इसके बाद उनकी नींद अगले दिन बुधवार की सुबह नहीं खुली। मंगलवार शाम करीब 4 बजे उनके नौकर ने देखा कि नाक से खून निकला हुआ था। इसकी जानकारी उनकी मां उज्ज्वला और मैक्स अस्पताल को दी गई। इसके बाद उनकी मां ही एंबुलेंस से उन्हें अस्पताल में ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। 

दिवंगत नेता एनडी तिवारी के बेटे रोहित शेखर तिवारी (40) के शव का पोस्टमार्टम बुधवार को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में पांच डॉक्टरों के मेडिकल बोर्ड ने किया। संयुक्त आयुक्त (दक्षिणी रेंज) देवेश चंद्र श्रीवास्तव के मुताबिक बोर्ड ने पुलिस को पोस्टमार्टम की प्रारंभिक रिपोर्ट नहीं सौंपी है। रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के सही कारण का पता लग सकेगा। दोपहर दो बजे उनका शव तिलक लेन स्थित आवास पर ले जाया गया। परिजनों ने शाम को लोधी कॉलोनी स्थित श्मशान घाट पर शव का अंतिम संस्कार कर दिया। पुलिस के मुताबिक, पांच डॉक्टरों के पैनल ने डॉ. आदर्श के नेतृत्व में रोहित के शव का पोस्टमार्टम किया गया।

इस दौरान रोहित के परिवार के सभी सदस्य अस्पताल में मौजूद रहे। मोर्चरी के बाहर उनकी गमगीन मां उज्ज्वला शर्मा ने बताया कि राजनीति में मौका नहीं मिलने से रोहित कुछ समय से अवसादग्रस्त थे। वह काफी काबिल थे और पिता की विरासत को आगे ले जाना चाहते थे। वह संघर्ष करने वाले युवा थे। अगर उन्हें समय पर राजनीति में आने का मौका मिलता को निश्चित तौर पर वह नया आयाम गढ़ते। उन्हें तीन-चार साल पहले मौका मिलना चाहिए था।

मुझे आश्चर्य है कि इतने पढ़े-लिखे काबिल बच्चे को राजनीति में मौका क्यों नहीं दिया गया। उन्होंने यह भी कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री एनडी तिवारी षड्यंत्र में फंस गए गए थे। उनके आसपास के लोगों ने उन्हें घेर रखा था, लेकिन रोहित ने उन्हें षड्यंत्र से बाहर निकाल लिया था। इसी वजह से एनडी तिवारी का अंतिम समय शानदार तरीके से गुजरा। रोहित ने श्रवण कुमार की तरह पिता की सेवा की। मोर्चरी के बाहर रोहित की पत्नी अपूर्वा शुक्ला, भाई सिद्धार्थ तिवारी व परिवार के अन्य रिश्तेदार भी मौजूद थे।

डिफेंस कॉलोनी स्थित घर में मंगलवार दोपहर संदिग्ध परिस्थितियों में रोहित की मौत हो गई थी। उस दौरान उनकी पत्नी, भाई व घरेलू सहायक घर पर मौजूद थे। उज्ज्वला शर्मा घर के नजदीक ही डॉक्टर के पास गई थीं। घरेलू सहायक की नजर रोहित पर पड़ने पर उसने तुरंत परिजनों को घटना की जानकारी दी थी। इसके बाद डिफेंस कॉलोनी थाना पुलिस को सूचना दी गई। बिस्तर पर अचेत अवस्था में पड़े रोहित की नाक से खून निकल रहा था। उन्हें साकेत स्थित मैक्स अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था। परिजनों ने किसी भी तरह की शंका नहीं जताई है, फिर भी पुलिस रोहित के परिजनों, रिश्तेदारों व दोस्तों से पूछताछ कर हर पहलुओं पर जांच कर रही है। उनके घर की भी पुलिस ने जांच की है।

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