नेट मीटरिंग सिस्टम से जल्द रोशन होगा KMP एक्सप्रेस-वे, हादसों में आएगी कमी Gurugram News
कुंडली-मानेसर-पलवल एक्सप्रेस-वे का अंधेरा जल्द ही दूर हो जाएगा। इसके लिए हरियाणा स्टेट इंडस्ट्रियल इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कारपोरेशन ने कार्य शुरू कर दिया है।
गुरुग्राम [गोविन्द फलस्वाल]। Kundli Manesar Palwal Expressway कुंडली-मानेसर-पलवल (केएमपी) एक्सप्रेस-वे का अंधेरा जल्द ही दूर हो जाएगा। इसके लिए हरियाणा स्टेट इंडस्ट्रियल इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कारपोरेशन (एचएसआइआइडीसी) ने कार्य शुरू कर दिया है। केएमपी की लाइटों को अब नेट मीटरिंग सिस्टम से जलाया जाएगा।
एक्सप्रेस-वे पर लाइटें लगाने का कार्य लगभग पूरा हो चुका है। एक्सप्रेस-वे पर चार जगह सोलर प्लांट लगाए जा रहे हैं। दिन में सौर ऊर्जा से बिजली बनाकर बिजली निगम को दी जाएगी और रात में निगम से बिजली लेकर लाइट जलाई जाएंगी। अभी मानेसर से कुंडली तक ही यह तकनीक अपनाई जाएगी। इसके बाद इसे नूंह में भी शुरू करने की योजना है। इस प्रोजेक्ट पर एचएसआइआइडीसी द्वारा करीब 12 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
चार जगह बनेंगे प्लांट
केएमपी एक्सप्रेस-वे पर चार टोल प्लाजा पर यह प्लांट लगाए जा रहे हैं। इनमें पहला प्लांट 7 किलोमीटर कुंडली टोल प्लाजा पर लगाया गया है। इसके बाद खरखौदा, झज्जर के बादली और गुरुग्राम में पटौदी रोड टोल प्लाजा पर यह प्लांट लगाया गया है। चार किलोमीटर पर एक नियंत्रक लगाया जाएगा। 440 किलोवाट का एक प्लांट होगा। अगले महीने तक इन सभी प्लांट से उत्पादन शुरू करने का लक्ष्य रखा गया है।
क्या है नेट मीटरिंग
एचएसआइआइडीसी अपनी जमीन पर सोलर प्लांट लगाकर बिजली बनाएगा। इसे बिजली निगम को दिया जाएगा। रात के समय बिजली निगम से बिजली लेकर लाइट जलाई जाएंगी। पूरे महीने में एचएसआइआइडीसी द्वारा निगम को दी गई बिजली और रात के समय ली गई बिजली की यूनिट का अंतर निकाला जाएगा। इससे यह पता लग जाएगा कि सोलर प्लांट से कितनी बिजली बनी और कितनी बिजली खर्च हुई। इसके बाद एचएसआइआइडीसी बिजली निगम से जितनी ज्यादा बिजली इस्तेमाल करेगा, उसका ही बिल देना पड़ेगा।
रात में अक्सर होते हैं हादसे
केएमपी एक्सप्रेस-वे पर अंधेरा होने के कारण लगातार सड़क हादसे बढ़ रहे हैं। केएमपी एक्सप्रेस-वे खेतों से होकर गुजरता है। ऐसे में कई बार तेज गति से जाने वाले वाहनों के आगे नील गाय और दूसरे पशु आ जाते हैं। कई बार इनके कारण हादसे भी हो जाते हैं। 83 किलोमीटर के हिस्से में कहीं भी लाइट नहीं जलती। अब 83 इसी हिस्से में ही यह प्रोजेक्ट शुरू किया जा रहा है। जल्द ही इसके 53 किलोमीटर के हिस्से में भी लाइट लगाने पर विचार किया जा रहा है।
एचएसआइआइडीसी के एसई एसके वत्स ने बताया कि 440 किलोवाट के 4 प्लांट लगाए जा रहे हैं। करीब 12 करोड़ रुपये एचएसआइआइडीसी द्वारा खर्च किए जाएंगे। जल्द ही प्लांट को चालू कर दिया जाएगा।