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मानकों के मुताबिक नहीं निकले नवनीत कालरा के बेचे गए कंसंट्रेटर, लैब की रिपोर्ट में हुआ खुलासा

नवनीत ने ये सारे कंसंट्रेटर चीन से आयात किए थे ये सिर्फ 38 फीसद की ऑक्सीजन छोड़ते हैं जबकि बेहतर गुणवत्ता वाले कंसंट्रेटर को 82 फीसद ऑक्सीजन छोड़ना चाहिए। दिल्ली पुलिस द्वारा कुछ निजी लैब में जांच कराने पर बेहद घटिया गुणवत्ता वाला होने की पुष्टि हुई है।

By Vinay Kumar TiwariEdited By: Published: Mon, 17 May 2021 07:07 PM (IST)Updated: Mon, 17 May 2021 07:07 PM (IST)
मानकों के मुताबिक नहीं निकले नवनीत कालरा के बेचे गए कंसंट्रेटर, लैब की रिपोर्ट में हुआ खुलासा
कंसंट्रेटर की कुछ निजी लैब में जांच कराने पर बेहद घटिया गुणवत्ता वाला होने की पुष्टि हुई है।

नई दिल्ली, [राकेश कुमार सिंह]। ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की कालाबाजारी के मामले में गिरफ्तार किए गए आरोपित नवनीत कालरा ने दिल्ली और एनसीआर के लोगों को जो कंसंट्रेटर बेचे हैं उसकी क्वालिटी भी घटिया किस्म की है। नवनीत ने ये सारे कंसंट्रेटर चीन से आयात किए थे ये सिर्फ 38 फीसद की ऑक्सीजन छोड़ते हैं जबकि बेहतर गुणवत्ता वाले कंसंट्रेटर को 82 फीसद ऑक्सीजन छोड़ना चाहिए। कालरा द्वारा बेचे गए कंसंट्रेटर की दिल्ली पुलिस द्वारा कुछ निजी लैब में जांच कराने पर बेहद घटिया गुणवत्ता वाला होने की पुष्टि हुई है। कालरा की गिरफ्तारी के बाद अब पुलिस उससे ये भी पूछेगी कि उसने चीन से ये कंसंट्रेटर सस्ते में खरीदकर यहां इतने महंगे क्यों बेचे? क्या उसको इस बात की भी जानकारी थी कि इसकी क्वालिटी घटिया है या उसने पैसे कमाने के चक्कर में इसको नजरअंदाज किया है।

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कंसंट्रेटर का मानक

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) का मानक कहता है कि बेहतर गुणवत्ता वाला कंसंट्रेटर 82 फीसद ऑक्सीजन छोड़ना चाहिए। लैब की इस तरह की रिपोर्ट ने पुलिस को हैरान कर दिया है। कालरा द्वारा 100 से अधिक कंसंट्रेटर बेचने की पुलिस को अपुष्ट जानकारी मिल पाई है। यह जानकारी कालाबाजारी मामले में गिरफ्तार किए जा चुके पांच आरोपितों से पूछताछ और उनके मोबाइल की जांच करने पर पता चला है। हालांकि, इस संबंध में सही जानकारी अब कालरा ही पुलिस को देगा। पुलिस का कहना है कि उसके द्वारा बेचे गए कंसंट्रेटर के इस्तेमाल से मरीज को खतरा भी उत्पन्न हो सकता है।

अगर कंसंट्रेटर की वजह से कोई अप्रिय घटना की सूचना मिलेगी तब केस में लापरवाही से हुई मौत की धारा भी जोड़ दी जाएगी, जो कालरा व अन्य आरोपितों के लिए और परेशानी भरा होगा। कालरा ने दिसंबर में ही चीन से मैट्रिक्स सेल्यूलर कंपनी के जरिए कई हजार कंसंट्रेटर मंगवा लिया था। दो तरह के कंसंट्रेटर मंगाए गए थे एक सात और दूसरा नौ लीटर के। उक्त कंसंट्रेटर की कीमत 12,500 रुपये से 20 हजार रुपये थी, लेकिन कालरा उसे तीन से चार गुना अधिक कीमत में बेचता था। कंसंट्रेटर बेचने के लिए उसने खान मार्केट के दुकानदारों का ही वाट्सएप ग्रुप बनाया हुआ था। इसके अलावा कुछ वेबसाइट के जरिये भी ऑनलाइन बेचता था। पेमेंट वह नगद के अलावा ऑनलाइन भी लेता था।

लोगों ने की शिकायत मगर सुनवाई नहीं

वाट्सएप ग्रुप में कई ग्राहकों ने कालरा से कंसंट्रेटर के बारे में शिकायत की थी। उसमें कहा गया था कि कंसंट्रेटर ठीक काम नहीं कर रहा है। वह पैसा लौटा दें। पुलिस ने शिकायतकर्ताओं के कंसंट्रेटर की निजी लैब में जांच कराई तो घटिया गुणवत्ता का होने का पता चला। ज्ञात रहे रसूखदार परिवार से ताल्लुक रखने वाले कालरा के छतरपुर स्थित आलीशान फार्म हाउस और खान मार्केट स्थित दो रेस्तरां से 525 कंसंट्रेटर बरामद किए थे। उसके बाद से कालरा परिवार समेत फरार हो गया था उसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। अब पूछताछ की जा रही है। कोर्ट ने जमानत देने से भी इनकार कर दिया।


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