Delhi Electricity News: दिल्ली के 2 करोड़ लोगों को बिजली संकट से निजात दिलाएगा नया प्लान
Delhi Electricity News देश की राजधानी दिल्ली के लोगों को मांग के अनुसार भरपूर बिजली मिलती रहे इसके लिए डिस्काम अभी से तैयारी में जुट गया है। इसके लिए बनी योजना पर जल्द अमल शुरू हो जाएगा।
नई दिल्ली [संतोष कुमार सिंह]। देश की राजधानी दिल्ली में बिजली की मांग प्रत्येक वर्ष बढ़ रही है। इस वर्ष अधिकतम मांग आठ हजार से ऊपर पहुंचने की उम्मीद जताई जा रही है। ऐसे में संभावना है कि आने वाले कुछ वर्षों में दिल्ली में दस हजार मेगावाट बिजली की जरूरत पड़ेगी।
दिल्ली सरकार और बिजली वितरण कंपनियों (डिस्काम) के सामने जरूरत के अनुसार बिजली की व्यवस्था करने के साथ ही वितरण नेटवर्क को मजबूत करने की चुनौती है। यदि समय रहते कदम नहीं उठाया गया तो आने वाले वर्षों में निर्बाध बिजली आपूर्ति की समस्या शुरू हो जाएगी।
अब इसे ध्यान में रख दिल्ली ट्रांसको लिमिटेड (डीटीएल) और डिस्काम बिजली वितरण नेटवर्क को मजबूत करने में जुट गई हैं। डीटीएल अपने ग्रिड की क्षमता बढ़ा रही है। चार सौ और 220 किलोवाट (केवी) के कई पुराने ग्रिड में 66 केवी क्षमता के अतिरिक्त सब-स्टेशन लगाए जा रहे हैं।
तीन ग्रिड स्टेशन की बढ़ेगी क्षमता
दिल्ली ट्रांसको लिमिटेड ने तीन ग्रिड स्टेशनों की क्षमता बढ़ाने का फैसला किया है। बदरपुर थर्मल पावर स्टेशन (बीटीपीएस) 220 केवी ग्रिड, द्वारका सेक्टर-पांच स्थित चार सौ केवी/ 220 केवी/66 केवी ग्रिड, बीटीपीएस दिल्ली और हर्ष विहार स्थित चार सौ/ 220 केवी 66 केवी ग्रिड में अतिरिक्त 66 केवी सब स्टेशन बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
दक्षिणी, पश्चिमी और पूर्वी दिल्ली को होगा लाभ
डीटीएल के जनसंपर्क अधिकारी ऋषिराज भाटी ने बताया कि बीटीपीएस ग्रिड की क्षमता बढ़ने से इससे जुड़े दक्षिणी दिल्ली के उपभोक्ताओं को, द्वारका सेक्टर-पांच से पश्चिमी दिल्ली और हर्ष विहार से पूर्वी दिल्ली के लाखों उपभोक्ताओं को लाभ होगा। इन क्षेत्रों में बिजली का लोड बढ़ने से होने वाली बिजली कटौती की समस्या दूर होगी। इससे दिल्ली के अन्य सब स्टेशनों का भार भी कम होगा।
एक साल में पूरा होगा काम
दिल्ली ट्रांसको लिमिटेड अधिकारियों का कहना है कि काम के लिए निविदा जारी कर दी गई है। कई कंपनियों ने इसमें रुचि दिखाई है। इनके आवेदन की समीक्षा करने के बाद काम आवंटित कर दिया जाएगा। एक साल में तीनों ग्रिड का काम पूरा कर लिया जाएगा। अगले साल गर्मी में राजधानी में निर्बाध बिजली आपूर्ति होगी।