दिल्लीः नजफगढ़ में गांव-गांव जाकर कृषि कानूनों के बारे में जागरूक कर रहे किसान मोर्चा के पदाधिकारी
नजफगढ़ जिला किसान मोर्चा के अध्यक्ष रमेश गहलोत ने बताया कि ग्रामीण इलाकों में करीब 50 गांव हैं। यहां पर काफी संख्या में किसान खेती करते हैं। ऐसे में कृषि कानून को लेकर पहले भी किसानों को जागरूक किया गया था और फिर से जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। कृषि कानूनों के विरोध में एक तरफ पंजाब के किसान बोर्डर पर जमे हुए हैं वहीं दूसरी ओर दिल्ली के किसानों को जागरूक करने का कार्य नजफगढ़ जिला किसान मोर्चा ने शुरू कर दिया है। पिछले दो दिनों में पांच गांव जाने वाले पदाधिकारियों की बातों को किसान बड़े ध्यान से सुन रहे हैं और केंद्र सरकार की मंशा को साफ बता रहे हैं। किसान मोर्चा के पदाधिकारी आज झड़ौदा, ढांसा सहित कई अन्य गांवों में जाएंगे। अभी तक ये कैर, इसापुर, उजवा, घुम्मनहेड़ा व रावता में गए हैं और किसानों से मिलकर कृषि कानून की बारीकियों से अवगत कराए हैं।
नजफगढ़ जिला किसान मोर्चा के अध्यक्ष रमेश गहलोत ने बताया कि ग्रामीण इलाकों में करीब 50 गांव हैं। यहां पर काफी संख्या में किसान खेती करते हैं। ऐसे में कृषि कानून को लेकर पहले भी किसानों को जागरूक किया गया था और फिर दोबारा से जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि किसान प्रधानमंत्री के कदम को सही ठहरा रहे हैं। किसानों का कहना है कि इस कानून से किसान आर्थिक रूप से समृद्ध होगा और स्थितियां बदलेगी।
उन्होंने कहा कि इलाके के प्रत्येक विधानसभा क्षेत्रों में आनेवाले गांवों में हम लोग जाएंगे। अभी कोरोना संक्रमण की वजह से सभा का आयोजन नहीं हाे सकता है ऐसे में हमारी कोशिश है कि घर-घर जाकर लोगों से मिला जाए और इस कानून के बारे में बताया जाए। किसान मोर्चा के प्रभारी सुरेंद्र मटियाला ने कहा कि सांसद प्रवेश वर्मा के नेतृत्व में ग्रामीण इलाकों में ट्रैक्टर रैली निकाली गई थी और उसमें किसानों ने उत्साह के साथ भाग लिया था। रैली का मकसद किसानों को कानून के प्रति जागरूक करना था। अब किसान मोर्चा की ओर से यह अभियान चलाया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों के हित में कई फैसले लिए हैं और इसका किसानों काे लाभ भी मिल रहा है।
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