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Delhi: 5 साल बाद फिर नाव से सैर-सपाटे को तैयार नैनी झील, पर्यटक ले सकेंगे बोटिंग का मजा

झील के बोटिंग प्रभारी जयपाल सिंह ने बताया कि कोरोना संक्रमण के चलते विशेष सावधानियां बरती जा रही हैं जिसके तहत सभी 15 नावों को रोज सुबह और दोपहर को सैनिटाइज किया जाता है। साथ ही नाव में दो लोगों को ही एक साथ बैठने की इजाजत दी जाती है।

By Mangal YadavEdited By: Published: Wed, 02 Dec 2020 01:43 PM (IST)Updated: Wed, 02 Dec 2020 01:43 PM (IST)
Delhi: 5 साल बाद फिर नाव से सैर-सपाटे को तैयार नैनी झील, पर्यटक ले सकेंगे बोटिंग का मजा
मॉडल टाउन स्थित नैनी झील खुलने के बाद पहुंचे पर्यटक

नई दिल्ली [राहुल सिंह]। राजधानी दिल्ली के मॉडल टाउन इलाके में बनी नैनी झील करीब पांच साल बाद दिल्ली सरकार और नगर निगम के बीच अनुबंध होने के बाद अब आम लोगों के लिए खोल दी गई है। लोग फिर से झील में नाव चलाकर सैर सपाटे का आनंद लेने लगे हैं। अधिकारियों के मुताबिक उत्तरी दिल्ली में यह एकमात्र ऐसी झील है, जहां आकर पर्यटक बोटिंग करते हैं। इसके अलावा स्थानीय लोगों के लिए यह सुबह-शाम को सैर करने का पसंदीदा स्थान रहा है।

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करीब पांच साल पहले नैनी झील का अनुबंध खत्म होने के बाद इसे बंद कर दिया गया था और यहां से नावें हटा दी गई थीं। अब करीब पांच साल बाद दोबारा से झील को पर्यटकों के लिए खोला गया है। अधिकारियों ने बताया कि स्थानीय आरडब्ल्यूए ने इसके लिए लंबी लड़ाई लड़ी है, जिसके तहत उन्होंने केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन और दिल्ली सरकार के पर्यटक विभाग के मंत्री मनीष सिसोदिया से बातचीत के बाद झील को शुरू कराने की मांग की थी।

झील के बोटिंग प्रभारी जयपाल सिंह ने बताया कि कोरोना संक्रमण के चलते विशेष सावधानियां बरती जा रही हैं, जिसके तहत सभी 15 नावों को रोज सुबह और दोपहर को सैनिटाइज किया जाता है। साथ ही नाव में दो लोगों को ही एक साथ बैठने की इजाजत दी जाती है, जिससे लोगों के बीच शारीरिक दूरी बनी रहती है। उन्होंने कहा कि आधे घंटे की बोटिंग के लिए 130 रुपये का शुल्क लिया जाता है। यह झील करीब एक किलोमीटर के दायरे में फैली है। उन्होंने कहा कि झील में सुंदरीकरण का काम भी हुआ है।

विदेशी पक्षियों की आवक भी शुरू

स्थानीय आरडब्ल्यूए के महासचिव मुकेश अग्रवाल ने बताया कि झील के शुरू होने से बड़ी राहत मिली है। उन्होंने कहा कि झील का पानी रुक जाने के कारण इसका ऑक्सीजन स्तर कम हो गया था। ऐसे में सरकारी एजेंसियों से इसकी शिकायत की थी, जिसके बाद झील के पानी को बचाने का काम किया गया। इसमें केमिकल का छिड़काव और पौधे लगाने का काम किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इन दिनों झील में विदेशी पक्षियों का पहुंचना भी शुरू हो गया है।

पिकनिक मनाने पहुंच रहे लोग

झील में घूमने के लिए आने वाले पुष्पेंद्र गोयल ने बताया कि झील खुलने से लोगों को राहत मिली है। अब लोग बच्चों के साथ पिकनिक मनाने के लिए नैनी झील तक पहुंच रहे हैं। वहीं, स्थानीय लोग भी झील के किनारे धूप लेने के लिए आते हैं। उन्होंने कहा कि झील में लोग बोटिंग करने का लंबे समय से इंतजार कर रहे थे, जो अब जाकर पूरा हुआ है। उन्होंने कहा कि 1992 से लेकर 2015 तक बोटिंग होती थी, लेकिन अनुबंध खत्म होने के बाद बोटिंग बंद कर दी गई थी।

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