Delhi Master Plan 2041: डीडीए की जन सुनवाई में मास्टर प्लान को लेकर दिल्ली वासियों ने दिए सुझाव
अगले 20 सालों के लिए राष्ट्रीय राजधानी के विकास का रोडमैप तैयार करने के उद्देश्य से बनाए गए मास्टर प्लान 2041 पर प्राप्त सुझाव एवं अपत्तियों पर अपनी राय रखने के लिए दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) ने लोगों को एक मौका दिया।
नई दिल्ली [संजीव गुप्ता]। अगले 20 सालों के लिए राष्ट्रीय राजधानी के विकास का रोडमैप तैयार करने के उद्देश्य से बनाए गए मास्टर प्लान 2041 पर प्राप्त सुझाव एवं अपत्तियों पर अपनी राय रखने के लिए दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) ने लोगों को एक मौका दिया। उनके विचार जानने के लिए डीडीए ने सोमवार को जन सुनवाई का आयोजन किया। पहले दिन करीब 8500 लोगों ने बोर्ड आफ इन्क्वायरी एंड हियरिंग के समक्ष दिल्ली के विकास में शामिल किए जाने वाले कई महत्वपूर्ण मुद्दे उठाए।
ज्यादातर लोगों ने राजधानी में वायु-प्रदूषण, ट्रैफिक की समस्या, वर्किंग स्पेस एवं पर्यावरण से जुड़े मामलों को उठाया। पहले दिन प्रवासी मजदूरों, घरेलू कामगारों, रेहड़ी-पटरी वालों, पुनर्वास कालोनियों, अनधिकृत कालोनियों और जेजे कालोनियों के निवासियों सहित श्रमिक वर्गों द्वारा बोर्ड ऑफ इन्क्वायरी एंड हिय¨रग को महत्वपूर्ण मुद्दों से अवगत कराया गया। पर्यावरण एवं वायु-प्रदूषण के मुद्दों की बात करें तो लोगों ने यमुना बाढ़ क्षेत्र के संरक्षण और इसके विकास पर प्रमुखता से ध्यान दिए जाने की जरुरत जाहिर की।
राजधानी के हरित क्षेत्र को बढ़ाने व जलाशयों के संरक्षण की भी बात कही गई। वहीं राजधानी में ई-वाहनों के परिचालन को प्रोत्साहित करने और शोर निगरानी केंद्रों की संख्या बढ़ाए जाने को कहा। अर्थव्यवस्था की बात करें तो शापिंग और कमर्शियल काम्पलेक्स का पुनर्विकास प्लान का मुद्दा भी उठाया गया। साथ ही स्ट्रीट वेंडिंग और अनौपचारिक मार्केट पर भी जोर दिया गया।
डीडीए अधिकारियों के मुताबिक मास्टर प्लान 2041 के संबंध में डीडीए को करीब 33,000 आपत्तियां एवं सुझाव प्राप्त हुए हैं। यहां बता दें कि गत नौ जून को डीडीए ने मास्टर प्लान 2041 के ड्राफ्ट पर जनता के सुझाव व आपत्तियां प्राप्त करने के लिए इसे अपनी वेबसाइट पर डाला था। 23 जुलाई इसकी अंतिम तारीख थी लेकिन बाद में इसकी समयावधि 23 अगस्त तक बढ़ा दी गई थी।