दिल्ली में बने कंटेनमेंट जोन में 60,000 से अधिक सक्रिय कोरोन के मरीज
21 दिसंबर को दिल्ली ने 0.20 प्रतिशत की सकारात्मकता दर के साथ 102 नए कोरोना मामले आए थे। मामलों में भारी उछाल 13 जनवरी को आया जब 24 घंटे में 28867 मामलों आ गए। जिसके परिणामस्वरूप चार सप्ताह में सक्रिय मामलों और कंटेनमेंट जोन संख्या में भारी उछाल आया है।
नई दिल्ली [वीके शुक्ला]। राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण की दर भले ही कम हो रही हो, मगर कंटेनमेंट जोन की संख्या बढ़ रही है। सील किए बनाए गए कंटेनमेंट जोन में 60,000 से अधिक सक्रिय कोरोन मरीज रह रहे हैं। मंगलवार को दिल्ली में कंटेनमेंट जोन की संख्या बढ़कर 37,540 हो गई। इससे ठीक चार हफ्ते पहले दिल्ली में कंटेनमेंट जोन की संख्या 176 थी और सक्रिय मामलों की संख्या 557 थी। 21 दिसंबर मंगलवार को दिल्ली ने 0.20 प्रतिशत की सकारात्मकता दर के साथ 102 नए कोरोना मामले दर्ज किए थे। मामलों में भारी उछाल 13 जनवरी को आया जब 24 घंटे में 28,867 मामलों आ गए। जिसके परिणामस्वरूप चार सप्ताह में सक्रिय मामलों और कंटेनमेंट जोन संख्या में भारी उछाल आया है।
वहीं, दिल्ली में कोरोना संक्रमण को तेजी से नियंत्रित करने के लिए किए जा रहे प्रयासों में और तेजी लाए जाने की आवश्यकता है। यह चिंताजनक है कि राजधानी में बीते कुछ दिनों में संक्रमण दर में कमी आने के बावजूद दक्षिण पूर्वी जिले में यह 80 प्रतिशत के करीब बनी हुई है। मंगलवार को दिल्ली की संक्रमण दर जहां 22.47 प्रतिशत थी, वहीं दक्षिण पूर्वी जिले में यह 79.33 प्रतिशत दर्ज की गई, जबकि दिल्ली के अन्य जिलों में यह 30 प्रतिशत के आसपास या इससे कम रही। दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) की ओर से सरकार को संक्रमण दर पांच प्रतिशत से नीचे लाने का लक्ष्य दिया गया है। सरकारी अमला इस प्रयास में जुटा है, लेकिन दक्षिण पूर्वी जिला उसके लिए एक चुनौती बन रहा है।
राजधानी दिल्ली की संक्रमण दर को पांच प्रतिशत के नीचे लाने के लिए इस चुनौती से जल्द से जल्द पार पाना आवश्यक है। ऐसे में जबकि दिल्ली की समग्र संक्रमण दर काफी कम है, किसी एक जिले में संक्रमण दर खासी अधिक होना दर्शाता है कि यहां कोरोना संक्रमण को सीमित करने के लिए या तो प्रयासों में कमी है या और अधिक प्रयास किए जाने की आवश्यकता है।
जिला प्रशासन को चाहिए कि वह यहां संक्रमण के प्रत्येक मामले पर करीबी नजर रखे और अधिक से अधिक कंटेनमेंट जोन बनाकर संक्रमण की दर कम करने के प्रयासों में पूरी ताकत से जुटे। जिन जिलों में संक्रमण दर 25 प्रतिशत से अधिक है, उन्हें भी इसे कम करने की दिशा में और प्रयास करने की आवश्यकता है। इसके लिए कोरोना से बचाव के उपायों के प्रति लापरवाह लोगों के खिलाफ सख्ती बढ़ाई जानी चाहिए और यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि किसी भी स्तर पर ऐसी कोई लापरवाही न होने पाए, जिससे संक्रमण दर को नीचे लाने में बाधा पैदा हो। दिल्ली सरकार को भी उन जिलों पर संसाधन बढ़ाने चाहिए, जहां संक्रमण दर 25 प्रतिशत से अधिक है, ताकि जल्द से जल्द संक्रमण को सीमित कर दिल्लीवासियों को प्रतिबंधों से राहत दी जा सके और सारा कामकाज सुचारु हो सके।