Delhi Budget 2021: 50 करोड़ रुपये में दिल्ली के 16.5 लाख लोगों को लग सकता है टीका
Delhi Budget 2021 निजी अस्पतालों में टीके की एक डोज की कीमत ढाई सौ रुपये तय की गई है जिसमें 100 रुपये सेवा शुल्क शामिल है। यदि इस सेवा शुल्क को हटा दें तो सरकारी अस्पतालों में टीके की दो डोज की कीमत करीब 300 रुपये हो सकती है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। देश की राजधानी दिल्ली में 18 साल से अधिक उम्र के लोगों की आबादी करीब 1.49 करोड़ है। इनमें से 60 साल से अधिक उम्र के लोगों की संख्या करीब 21 लाख है। इसके अलावा 45 साल से अधिक उम्र के करीब तीन लाख लोग ऐसे हैं, जो पहले से किसी गंभीर बीमारी से ग्रस्त हैं, जिन्हें अभी टीका लगाया जा रहा है। इसके अलावा छह लाख स्वास्थ्य और अग्रिम पंक्ति के कर्मचारी शुरुआती चरण में टीकाकरण के लिए पंजीकृत किए गए थे। इस तरह अभी करीब 30 लाख लोग टीकाकरण के दायरे में हैं, जिन्हें जुलाई तक टीका लगना है। इन लोगों को सरकारी अस्पतालों में अभी केंद्र सरकार द्वारा निश्शुल्क टीका उपलब्ध कराया जा रहा है। इसके बाद करीब एक करोड़ 19 लाख लोग टीकाकरण के लिए बचे रह जाएंगे। निजी अस्पतालों में टीके की एक डोज की कीमत ढाई सौ रुपये तय की गई है, जिसमें 100 रुपये सेवा शुल्क शामिल है। यदि इस सेवा शुल्क को हटा दें तो सरकारी अस्पतालों में टीके की दो डोज की कीमत करीब 300 रुपये हो सकती है। इस लिहाजा से 50 करोड़ रुपये में 16 लाख 66 हजार 667 लोगों को टीका लग सकता है।
सत्येंद्र जैन (स्वास्थ्य मंत्री, दिल्ली सरकार) का कहना है कि बजट में कोरोना नियंत्रण के लिए दिल्ली सरकार के सभी अस्पतालों में कोरोना का टीका मुफ्त देने की घोषणा से आम आदमी को राहत मिलेगी। वहीं, ईस्ट वेस्ट कारिडोर, नार्थ-साउथ और सिग्नेचर ब्रिज से सराय काले खां तक बनने वाला कारिडोर यातायात व्यवस्था के लिए अच्छा कदम है।
बता दें कि इन दिनों दिल्ली के सरकारी और निजी अस्पतालों में कोरोना वायरस का टीका लगाया जा रहा है। फिलहाल 60 साल से ऊपर और 45 साल से ऊपर बीमार व्यक्तियों को टीका लगाने का काम जारी है। बजट में एलान के बाद माना जा रहा है कि जल्द ही आम लोगों को कोरोना का टीका लगाने का इंतजाम दिल्ली सरकार कर सकती है।