लाल किला में उपद्रवियों ने पुलिस राइफल की दो मैगजीनें लूटीं, 1200 उपद्रवियों ने मचाई थी हिंसा
लाल किला में तैनात कोतवाली थाना के एसएचओ ऋतुराज ने मुकदमे में सिलसिलेवार तरीके से गणतंत्र दिवस के दिन की गई कई हिंसा का वर्णन किया है। उन्होंने बताया कि लाल किला परिसर में जबरन घुसकर 1200 उपद्रवियों ने घंटों उत्पात मचाया।
नई दिल्ली [संतोष शर्मा]। गणतंत्र दिवस के दिन उपद्रवियों द्वारा लाल किला में की गई हिंसा व तोड़फोड़ की घटना लोगों ने देखी। लेकिन यह घटना उससे भी भयावह थी। इसका पता दिल्ली पुलिस द्वारा दर्ज कराई गई एफआइआर से चलता है। लाल किला परिसर में करीब 1200 उपद्रवियों ने हिंसा मचाने के साथ ही पुलिसकर्मियों को जमकर पीटा था और तोड़फोड़ की थी। यहीं नहीं उपद्रवियों ने वहां तैनात पुलिसकर्मियों की राइफल भी लूटने की कोशिश की। लेकिन विरोध के कारण वे इसमें तो नाकाम रहे, लेकिन राइफल की 40 गोलियों से भरी दो मैगजीन लूटकर ले जाने में सफल हो गए। इस दौरान हमलावरों ने पुलिस पर तलवार और राड से हमला करने के अलावा उन्हें शौचलाय में बंधक भी बना दिया था।
लाल किला में तैनात कोतवाली थाना के एसएचओ ऋतुराज ने मुकदमे में सिलसिलेवार तरीके से गणतंत्र दिवस के दिन की गई कई हिंसा का वर्णन किया है। उन्होंने बताया कि लाल किला परिसर में जबरन घुसकर 1200 उपद्रवियों ने घंटों उत्पात मचाया। गणतंत्र दिवस की झांकी आने के कारण लाल किले पर विशेष सुरक्षा के इंतजाम किए गए थे।
वहां सुबह पांच बजे से ही पुलिस बल की तैनाती की गई थी। तभी 26 जनवरी की दोपहर करीब 12 बजे पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना मिली थी कि ट्रैक्टर परेड में शामिल भारी संख्या में किसान राजघाट से शांतिवन चौक की ओर जा रहे हैं। इसकी सूचना के बाद पुलिसकर्मियों ने निषाद मार्ग से पहले ही किसानों को रोकने के लिए बैरिकेड्स लगा दिए थे। परेड में करीब चालीस ट्रैक्टर, डेढ सौ मोटरसाइकिल और निजी वाहनों में 12 सौ लोग सवार थे।
उन्होंने ट्रैक्टर से बैरिकेडिंग को टक्कर मारकर तोड़ दिया और ट्रैक्टर से पुलिसकर्मियों को कुचलने की कोशिश की। बाद में उपद्रवी सुभाष मार्ग होते हुए सड़कों पर लगे बैरिकेड्स तोड़ते हुए लालकिला परिसर में पहुंच गए थे। उपद्रवियों के हाथ में तलवार, लोहे की राड व लाठी-डंडे थे। वे तलवार लहराते हुए लाल किला में प्रवेश करने की कोशिश करने लगे। विरोध करने पर उन्होंने पुलिसकर्मियों पर हमला के साथ ही वाहनों में तोड़फोड़ करनी शुरू कर दी थी।
पुलिस ने उपद्रवियों को बाहर की तरफ खदेड़ने का प्रयास किया। इसपर उग्र भीड़ ने मारपीट के बाद दो कांस्टेबल की एमपी-5 और एसएलआर राइफल लूटने की कोशिश की। पुलिस कर्मी राइफल बचाने में तो सफल हो गए। लेकिन उपद्रवी 40 गोलियों से भरी मैगजीन लूटने में सफल हो गए। इसी बीच उन्होंने अपने साथ लाये झंडे को लाल किला की प्राचीर और गुंबद पर फहरा दिया था। इस दौरान गणतंत्र दिवस की झाकियों को भी नुकसान पहुंचाया गया था। पुलिस ने एफआइआर में हत्या की कोशिश, दंगा, साजिश और डकैती इत्यादि की धाराएं लगाई हैं।
Coronavirus: निश्चिंत रहें पूरी तरह सुरक्षित है आपका अखबार, पढ़ें- विशेषज्ञों की राय व देखें- वीडियो