Move to Jagran APP

लाखों हवाई यात्रियों को मिलेगी राहत, सितंबर में चालू हो सकता है दिल्ली एयरपोर्ट का रनवे-4

Indira Gandhi International Airport वर्तमान में दिल्ली एयरपोर्ट पर तीन रनवे हैं। यहां स्थित मुख्य रनवे संख्या 29/11 देश का सबसे लंबा रनवे है। रनवे-4 के बन जाने के बाद हवाई परिचालन में समय की बचत होगी।

By JP YadavEdited By: Published: Mon, 22 Feb 2021 12:10 PM (IST)Updated: Mon, 22 Feb 2021 12:10 PM (IST)
लाखों हवाई यात्रियों को मिलेगी राहत, सितंबर में चालू हो सकता है दिल्ली एयरपोर्ट का रनवे-4
रनवे-4 के बन जाने पर हवाई परिचालन में समय की बचत होगी।

नई दिल्ली [संतोष शर्मा]। Indira Gandhi International Airport: दिल्ली के पालम स्थित इंदिरा गांंधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर बन रहे चौथा रनवे का काम तेजी से चल रहा है। इस वर्ष जुलाई में इसका काम पूरा हो जाएगा। इसके बाद इसे नागरिक उड्डयन महानिदेशालय के प्रमाणीकरण से गुजरना होगा। सब कुछ सही पाए जाने पर रनवे-4 को इस वर्ष सितंबर मे शुरु कर दिया जाएगा। रनवे-4 देश का दूसरा सबसे बड़ा रनवे होगा। टर्मिनल-3 और रनवे 29/11 के बीच इस रनवे को बनाया जा रहा है। वर्तमान में आइजीआइ पर तीन रनवे हैं। यहां स्थित मुख्य रनवे संख्या 29/11 देश का सबसे लंबा रनवे है। रनवे-4 के बन जाने पर हवाई परिचालन में समय की बचत होगी। वहीं, रनवे से एयरबस ए 380 और बोइंग 747-400 जैसे बड़े विमान भी संचालति हो सकेंगें। आइजीआइ एयरपोर्ट पर रनवे-4 का निर्माण कार्य वर्ष 2019 में शुरू हुआ था।

loksabha election banner

कोरोना काल में भी इसका काम कुछ समय के लिए रूका रहा था, लेकिन अब इसका काम जुलाई तक पूरा होने की संभावना है। योजना के मुताबिक एयरपोर्ट ऑपरेटर कंपनी डायल काम पूरा होने के बाद इसे दिल्ली एयर ट्रैफिक कंट्रोल को सौंप देगी। बाद में नागरिक उड्डयन मंत्रालय (डीजीसीए) इसका ऑडिट करेगा। प्रमाणपत्र और अनुमोदन के बाद इसे सितंबर तक इसे चालू कर दिया जाएगा। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने इसकी पुष्टि की है, लेकिन दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (डायल) के अधिकारी ने इसपर बोलने से मना कर दिया।

बता दें कि चौथे रनवे की लंबाई 4,400 मीटर है। यह मौजूदा तीसरे रनवे 29/11 (4,480 मीटर) से थोड़ा कम है। जबकि रनवे की कुल चौड़ाई 75 मीटर होगी। इसके दोनों सिरे को आधुनिक लैंडिंग सिस्टम से लैस किया जाएगा। जिससे घना कोहरे में भी उड़ानों का संचालन किया जा सकेगा। इसके तीनों रनवे पर पहले से उन्नत लैं¨डग सिस्टम मौजूद है। रनवे-4 के शुरू होने के बाद आइजीआइ देश का देश का एकमात्र एयरपोर्ट बन जाएगा। जिसपर यह सिस्टम लगा होगा।

डीजीसीए अधिकारी ने बताया कि चौथा रनवे बन जाने पर एयरपोर्ट पर उड़ान संचालन क्षमता में खासी वृद्धि हो जाएगी। रनवे 29/11 और रनवे-4 को पूर्ण रूप से विमानों के आगमन और प्रस्थान के लिए उपयोग में लाया जाएगा। वर्तमान में एयरपोर्ट पर प्रति घंटा 75-80 उड़ानों का संचालन किया जा रहा है।

नए रनवे के बन जाने से इसकी संख्या 110 उड़ानों तक पहुंच जाएगी। लिहाजा उड़ानों को उतरने से पहले कतार में इंतजार नहीं करना पड़ेगा। चौथे रनवे के शुरू हो जाने से हवाई परिचालन में समय की काफी बचत होगी। वर्तमान में एयरपोर्ट की क्षमता करीब 100 मिलियन यात्री प्रतवर्ष है। इसे बढ़ाकर140 मिलियन यात्री प्रति वर्ष करने के लिए इसका विस्तार कराया जा रहा है।  


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.