उत्तर प्रदेश से दिल्ली लौटे प्रवासी कामगार बोले- 'मालिक ने फोन कर बुलाया, तो हम चले आए'
पंजाब और महाराष्ट्र के बाद दिल्ली में भी प्रवासी कामगारों के लौटने के सिलसिला तेज हुआ है।
नई दिल्ली, एएनआइ। कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते प्रभाव के चलते लागू लॉकडाउन के दौरान अपने-अपने घरों को लौटने वाले प्रवासी कामगार वापस काम पर आने लगे हैं। पंजाब और महाराष्ट्र के बाद अब राजधानी दिल्ली में भी ऐसा नजारा देखने को मिलने लगा है। समाचार एजेंसी एएनआइ के मुताबिक, दिल्ली में प्रवासी कामगारों के लौटने के सिलसिला तेज हुआ है। उत्तर प्रदेश के फरुखाबाद से दिल्ली लौटे प्रवासी मजदूर का कहना है- 'मैं मूलरूप से फरुखाबाद का रहने वाला हूं। लॉकडाउन के दौरान काम बंद होन के चलते वापस घर लौटना पड़ा था। मुझे अपने मालिक की ओर से फोन आया कि काम पर लौट आए तो मैं चला आया।'
बताया जा रहा है कि ज्यादातर मजदूर बसों के जरिये दिल्ली लौट रहे हैं। इनमें से ज्यादातर मजदूरों के पास जमा पूंजी खत्म हो चुकी है। ऐसे में परिवार पालने का संकट खड़ा हो गया है। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में दिल्ली में प्रवासी कामगारों के लौटने की संख्या में तेजी से इजाफा होगा, क्योंकि दिल्ली से लौटकर गए लोगों को अपने गृहप्रदेशों में रोजगार नहीं मिल पा रहा है।
लॉकडाउन के दौरान दिल्ली से बिहार और उत्तर प्रदेश के लिए बड़ी संख्या में प्रवासी कामगारों ने पलायन किया था। दिल्ली से अपनों की चिंता में पैदल ही चल पड़े प्रवासी कामगारों ने तब बताया था कि इस मुश्किल घड़ी में गांव में रह रहे परिजनों की चिंता हमें पैदल चलने को मजबूर कर रही है। इनमें ज्यादातर लोग रामपुर, लखनऊ, सहारनपुर, कानपुर, गोरखपुर, बिजनौर,मुजफ्फरनगर, बदायूं, आजमगढ़, चांदपुर, मेरठ, बरेली, बुलंदशहर, इटावा, जौनपुर, अमरोहा, पीलीभीत, संभल आदि के रहने वाले थे। इन्होंने तब कहा भी था कि हालात ठीक होंगे तो वह वापस दिल्ली लौट आएंगे।
गौरतलब है कि दिल्ली से लाखों प्रवासी कामगार लॉकडाउन के दौरान यूपी, बिहार और झाऱखंड लौट गए हैं, जिससे यहां पर फैक्ट्रियों और कंपनियों में कामकाज पर असर पड़ा है।