MCD Election 2022: चुनाव आयोग ने वार्डों का बदला आरक्षण, यहां देखें नए आदेश में क्या बदला
निगम के द्वारा रोटेशन की प्रक्रिया से अधिकतर वर्तमान पुरुष पार्षदों की सीट आरक्षण में चली गई हैं। या तो वह सीट महिला हो गई या फिर उसे अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित कर दिया गया है। राजधानी में तीनों नगर निगमों में भाजपा सत्तारुढ हैं।
नई दिल्ली [निहाल सिंह]। काफी दिनों की मशक्कत के बाद राज्य चुनाव आयोग ने तीनों नगर निगम (पूर्वी, दक्षिणी और उत्तरी) की 272 सीटों के नए सिरे से आरक्षण की घोषणा कर दी है। मंगलवार को जारी हुए आदेश के अनुसार दक्षिणी निगम में 104 में से 15 तो उत्तरी निगम में 104 में 20 और पूर्वी निगम में 64 में 11 वार्ड अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित किए हैं। ज्यादातर वार्ड का आरक्षण बदल गया है। सामान्य नियम के तहत वह सीट महिला के लिए आरक्षित हो गई हैं जो कि पहले सामान्य थी। हालांकि, अनुसूचित जाति की सीटों में चुनाव आयोग ने बदलाव किया है। वहीं, आरक्षित सीटों में भी काफी बदलाव किया गया है। वह सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हो गई है जो कि पहले सामान्य थी।
निगम के द्वारा रोटेशन की प्रक्रिया से अधिकतर वर्तमान पुरुष पार्षदों की सीट आरक्षण में चली गई हैं। या तो वह सीट महिला हो गई या फिर उसे अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित कर दिया गया है। राजधानी में तीनों नगर निगमों में भाजपा सत्तारुढ हैं। वर्ष 2007 के बाद 2012 और 2017 में बहुमत लेकर भाजपा ने सरकार चलाई है। ऐसे में यह भाजपा के चौथी बार सत्ता में बरकरार रहने के कोशिश में जुटी है। जबकि बीते 2017 के निगम चुनाव में पहली बार उतरी आम आदमी पार्टी (आप) मुख्य विपक्षी पार्टी थी। वर्ष 2007 और 2012 में मुख्य विपक्षी रही कांग्रेस 2017 के चुनाव तीसरे स्थान पर चली गई थी। अब निगम चूंकि सभी सीटों का आरक्षण तय कर दिया है तो अब इसी हिसाब से प्रत्याशी चुनाव में हिस्सा ले सकेंगे।
दक्षिणी निगम
कुल सीट: 104
सामान्य-44
महिला (सामान्य)-45
अनुसूचित जाति-8
महिला (अनुसूचित जाति)-7
उत्तरी निगम
कुल सीट: 104
सामान्य: 42
महिला (सामान्य): 42
अनुसूचित जाति:10
महिला (अनुसूचित जाति):10
पूर्वी निगम
कुल सीट: 64
सामान्य: 26
महिला (सामान्य): 27
अनुसूचित जाति: 5
महिला (अनुसूचित जाति) :6
तीनों महापौर समेत अन्य महारथियों की सीट आरक्षित
रोटेशन के बाद सत्तापक्ष और विपक्ष के महारथी नेताओं की सीट आरक्षित हो गई है। ऐसे में उन्हें फिर से चुनाव लड़ने के लिए नई सीट की तलाश करनी होगी। उत्तरी निगम में पूर्व महापौर और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता, वर्तमान महापौर राजा इकबाल सिंह और पूर्व महापौर जय प्रकाश ऐसे ही दक्षिणी निगम में वर्तमान महापौर मुकेश सुर्यान जबकि पूर्व महापौर नरेंद्र चावला की सीट भी महिला आरक्षित हो गई है। पूर्वी निगम में वर्तमान महापौर श्याम सुंदर अग्रवाल, पूर्व महापौर बिपिन बिहारी सिंह समेत कद्दावर पार्षदों की सीट आरक्षित हो गई है। ज्यादातर सीटों पर महिला आरक्षण हुआ है। वहीं, आम आदमी पार्टी (आप) के उत्तरी निगम नेता प्रतिपक्ष विकास गोयल, दक्षिणी निगम में नेता प्रतिपक्ष प्रेम चौहान और पूर्वी निगम में नेता प्रतिपक्ष मनोज त्यागी की सीट या तो महिलाओं के लिए आरक्षित हो गई है।