Oxygen Crisis: मारुति कंपनी ऑक्सीजन उत्पादन प्लांट को देगी बढ़ावा, गुजरात में भी चल रही तैयारी
Maruti company Latest News एक शोध सामने आया है कि कई प्लांटों को कई छोटी कंपनियां तैयार करती हैं। उन कंपनियों के पास उत्पादन बढ़ाने की क्षमता व संसाधनों का बेहद अभाव है। मारुति ने ऐसे प्लांटों की उत्पादन क्षमता बढ़ाने पर जोर देने का फैसला लिया है।
नई दिल्ली/गुरुग्राम, जागरण संवाददाता। मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड ऑक्सीजन पीएसए जनरेटर प्लांट के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए काम करेगी। एक शोध के दौरान कंपनी के सामने यह बात आई है कि इन प्लांटों को कई छोटी कंपनियां तैयार करती हैं। उन कंपनियों के पास उत्पादन बढ़ाने की क्षमता व संसाधनों का बेहद अभाव है। मारुति ने ऐसे प्लांटों की उत्पादन क्षमता बढ़ाने पर जोर देने का फैसला लिया है। एनसीआर क्षेत्र में दो कंपनियां एरोक्स नाइजेन इक्विप्मेंट्स और एसएएम गैस प्रोजेक्ट्स हैं। इनकी मासिक क्षमता सिर्फ पांच से आठ प्लांट बनाने की है। कंपनी ने उनके उत्पादन को बढ़ाने में मदद करने के लिए अपने संसाधनों का उपयोग करने का फैसला किया है।
यहां पर बता दें कि गुजरात के अहमदाबाद शहर में ऐरोक्स का अपना प्लांट है। एक वेंडर एसकेएच मेटल्स उनके साथ काम कर रहा है। मारुति सुजुकी जिओलाइट के लिए नए स्त्रोतों की व्यवस्था करने में सक्षम है। जिओलाइट पीएसए प्लांट के लिए महत्वपूर्ण है। जिओलाइट का आयात तुरंत प्रभाव से किया जाएगा। एरोक्स पहले के मुकाबले काफी तेजी से पीएसए प्लांट उत्पादन में काम कर रहा है। मई माह में इसकी उत्पादन क्षमता बढ़ेगी।
मारुति की सहयोगी कंपनी जेबीएमएल एसएएम गैस प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड को सहायता कर रही है। इस कंपनी का मई माह में 20 से 30 प्लांट में आक्सीजन उत्पादन करने की उम्मीद है। कंपनी के प्रवक्ता ने बताया कि कंपनी के इस प्रयास से कोविड-19 की जंग को जीतने में काफी सहायता मिलेगी। कंपनी का भी यही प्रयास है कि जल्द से जल्द कोरोना को हराया जाए।
बता दें कि कोरोना वायरस संक्रमण के चलते बड़ी संख्या में मरीज दिल्ली-एनसीआर समेत देश के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती हैं। इनमें ज्यादा लोग ऑक्सीजन मुहैया नहीं होने की वजह से जान गंवा रहे हैं। देशभर में ऑक्सीजन की कमी अथवा अव्यवस्ता के चलते कई मरीजों की जान जा चुकी है।