VIDEO: 26 जनवरी को लाल किला पर तलवारबाजी करने वाला महिंदर उर्फ मोनी गिरफ्तार
पुलिस ने लाल किला हिंसा में मुख्य आरोपित मोहिंदर सिंह उर्फ मोनू को भी धर दबोचा है। दिल्ली पुलिस अब तक लाल किला हिंसा मामले में पंजाबी एक्टर दीप सिद्धू इकबाल सिंह समेत आधा दर्जन आरोपितों को गिरफ्तार कर चुकी है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। गणतंत्र दिवस पर किसान ट्रैक्टर परेड के दौरान लाल किला पर हुई हिंसा में दिल्ली पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। पुलिस ने लाल किला हिंसा में मुख्य आरोपित महिंदर सिंह उर्फ मोनू को भी धर दबोचा है। दिल्ली पुलिस अब तक लाल किला हिंसा मामले में पंजाबी एक्टर दीप सिद्धू, इकबाल सिंह समेत आधा दर्जन आरोपितों को गिरफ्तार कर चुकी है। दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल ने दिल्ली के पीतम पुरा इलाके से महिंदर को गिरफ्तार किया है। महिंदर पेशे से मैकेनिक है और एसी रिपेयर का काम करता है। वह अपने परिवार के साथ दिल्ली के स्वरूप नगर में रहता है।
यहां पर बता दें कि 26 जनवरी के दिन दिल्ली में किसान ट्रैक्टर परेड के दौरान जमकर हिंसा हुई थी। इस में 100 से अधिक पुलिसवाले भी घायल हुए थे। लाल किला पर हिंसक किसान प्रदर्शनकारियों ने जमकर उत्पात मचाया था। इस दौरान जुगराज सिंह नामक शख्स ने लाल किला पर लगे तिरंगे के बगल में अन्य झंडा भी फहरा दिया था।
#WATCH: Delhi Police Special Cell arrested Maninder Singh, wanted in connection with Red Fort violence. He was arrested from Pitam Pura & 2 swords were recovered from his house in Swaroop Nagar
Visuals from Jan 26 where Maninder Singh was seen brandishing 2 'khandas' at Red Fort pic.twitter.com/Tr51IyGLWe— ANI (@ANI) February 17, 2021
दीप सिद्धू की पुलिस हिरासत सात दिन बढ़ी
वहीं, लाल किले पर हुए उपद्रव के मामले में आरोपित दीप सिद्धू की पुलिस हिरासत तीस हजारी अदालत ने सात दिन के लिए बढ़ा दी है। पुलिस ने मंगलवार को सिद्धू को मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट भुजाली के सामने पेश किया गया। पुलिस ने इस दौरान अन्य आरोपितों की पहचान करने और मामले की जांच के संबंध में आगे की पूछताछ के लिए हिरासत बढ़ाने की मांग की। पुलिस की अपील पर अदालत ने पुलिस हिरासत को सात दिन के लिए बढ़ा दिया। इससे पहले पुलिस ने सिद्धू को नौ फरवरी को सात दिन की हिरासत में लिया था। पुलिस ने अदालत को दलील दी कि लाल किले पर हुए उपद्रव के मामले में सिद्धू मुख्य आरोपित है। उसने मौके पर मौजूद रहकर तमाम इंटरनेट मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिये लोगों को उकसाया था। लिहाजा, उसके जरिये अन्य आरोपितों की पहचान की जानी है। वहीं, सिद्धू के अधिवक्ता ने दावा किया कि उनके मुवक्किल का हिंसा से कोई लेना देना नहीं है और वह गलत समय पर गलत जगह पर था।