दोहरे हत्याकांड की हैरान करने वाली वारदात, पिता व भाई के शवों संग गुजारी रात
बेटे ने पहले पिता की हत्या कर दी। फिर छोटे भाई ने उसे पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया। इसके बाद वह दोनों शवों के साथ पूरी रात घर में बैठा रहा। बचने के लिए उसने पुलिस को गुमराह किया।
गाजियाबाद (जेएनएन)। दिल्ली से सटे गाजियाबाद में दोहरे हत्याकांड की हैरान करने देने वाली वारदात सामने आयी है। हत्या की ये वारदात इतनी हैरतअंगेज है कि पुलिस अधिकारी भी आश्चर्य चकित रह गए। गाजियाबाद में एक बेटे ने पहले पिता की हत्या कर दी। फिर छोटे भाई ने उसे पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया। इसके बाद वह दोनों शवों के साथ पूरी रात घर में बैठा रहा।
हत्या की ये सनसनीखेज वारदात सिहानी गेट के राजनगर एक्सटेंशन में हुई है। यहां नशा करने से रोकने पर बड़े बेटे ने पिता पर लाठी व भारी वस्तु से वार कर उन्हें मौत के घाट उतार दिया। खून से लथपथ पिता का शव देख छोटे बेटे ने आपा खो दिया। इसके बाद उसने बड़े भाई की पीट-पीटकर हत्या कर दी। इसके बाद वह करीब सात घंटे से अधिक समय तक पूरी रात पिता और भाई के शव के साथ घर में बैठा रहा।
आसपास के लोगों को बुधवार सुबह वारदात का पता चला तो उन्होंने सुबह करीब आठ बजे पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। साथ ही शवों के साथ रात बर बैठने वाले युवक को अस्पताल में भर्ती कराया। दोहरे हत्याकांड की ये वारदात गाजियाबाद में चर्चा का विषय बनी हुई है।
कई बार पुलिस को किया गुमराह
पुलिस दोहरे हत्या की सूचना पाकर मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारी इस गुत्थी को समझ नहीं पा रहे थे। उन्हें समझ नहीं आ रहा था कि किसने और क्यों बाप-बेटे की बेरहमी से पीट-पीटकर हत्या की है। पुलिस ने मामले में शवों के साथ रात गुजारने वाले छोटे बेटे से पूछताछ की। पुलिस पूछताछ में उसने कई बार बयान बदला। उसने पुलिस को चकमा देने के लिए पड़ोसियों द्वारा हत्या की कहानी बनाई। हालांकि हर बार उसकी कहानी में कोई न कोई लूप होल रहता था। पुलिस अधिकारी काफी देर तक इस पहेली को समझ नहीं सके। इसके बाद पुलिस ने उससे सख्ती से पूछताछ की। सख्ती से पूछताछ करने पर छोटे बेटे ने पुलिस को पूरी कहानी बतायी, तो अधिकारी भी दंग रह गए। इसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
शवों के साथ घायल युवक की सूचना मिली थी
पुलिस के अनुसार हरदोई के सांडे थाना इलाके में सेठीपुर गांव निवासी मुरली (60) अपने दो बेटों नन्हे (40) और दिनेश उर्फ वीरेंद्र (35) के साथ राजनगर एक्सटेंशन में रहता था। मुरली की पत्नी की मौत हो चुकी है। सीओ द्वितीय आतिश कुमार सिंह ने बताया कि सुबह करीब आठ बजे हत्या की सूचना मिली थी। सूचना देने वाले ने शवों के साथ एक घायल युवक के होने की जानकारी दी थी।
बदमाशों का हमला बताया था
पुलिस पहुंची तो दिनेश घायल अवस्था में बैठा हुआ था, जबकि मुरली व नन्हे अचेत पड़े हुए थे। तीनों को एमएमजी अस्पताल ले जाया गया, जहां डाक्टरों ने मुरली व नन्हें को मृत घोषित कर दिया। दिनेश ने शुरुआती पूछताछ में बदमाशों का हमला और फिर पड़ोसी रविंद्र पर हत्या का आरोप लगाया।
पिता ने नशा करने से रोका था
देर शाम दिनेश ने पुलिस को बताया कि नन्हें नशा कर रहा था। पिता ने रोका तो उसने डंडे व भारी वस्तु से वार कर उनकी हत्या कर दी। उसने बीच-बचाव की कोशिश की थी, लेकिन नन्हे ने उस पर भी हमला कर दिया। बचाव में उसने भी वार किए, जिसके चलते नन्हे की मौत हो गई।
तीनों मानसिक रूप से कमजोर थे
सीओ सेकेंड आतिश कुमार सिंह ने बताया कि स्थानीय लोगों और आसपास तैनात रहने वाले पुलिसकर्मियों से पूछताछ में पता चला है कि तीनों पिता-पुत्र मानसिक रूप से कुछ कमजोर थे। अक्सर तीनों के बीच नशे में झगड़ा होता था। पुलिस के जाने पर वे पथराव कर देते थे।
घर से मिले 43 हजार रुपये
एसएसपी गाजियाबाद वैभव कृष्ण ने बताया कि हत्यारोपी दिनेश ने पुलिस के सामने हाल में छह हजार रुपये कीमत में खरीदीं दो बकरियों व अपने रिक्शे की चिंता जाहिर की है। पुलिस ने आरोपित के घर से करीब 43 हजार रुपये की नकदी भी बरामद की है। दिनेश के बयान से मामले का पर्दाफाश हो गया है। उसने अपना जुर्म कुबूल कर लिया है। पड़ोसी की तहरीर पर दिनेश के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद उसे जेल भेज दिया जाएगा।