Move to Jagran APP

दिल्ली के न्यू उस्मानपुर इलाके में बुजुर्ग ने की पत्नी की हत्या, वारदात को अंजाम देकर पहुंचा थाने

न्यू उस्मानपुर इलाके में एक बुजुर्ग शख्स ने गला रेतकर पत्नी की हत्या कर दी। हत्या के बाद आरोपित थाने पहुंच गया। मृतका की पहचान ज़ेनब के रूप में हुई है। पुलिस ने आरोपित अब्दुल हकीम को गिरफ्तार कर लिया है।

By Mangal YadavEdited By: Published: Tue, 22 Jun 2021 04:01 PM (IST)Updated: Tue, 22 Jun 2021 04:01 PM (IST)
दिल्ली के न्यू उस्मानपुर इलाके में बुजुर्ग ने की पत्नी की हत्या, वारदात को अंजाम देकर पहुंचा थाने
फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।

नई दिल्ली, जेएनएन। पूर्वी दिल्ली के न्यू उस्मानपुर इलाके में एक बुजुर्ग शख्स ने गला रेतकर पत्नी की हत्या कर दी। हत्या के बाद आरोपित थाने पहुंच गया। मृतका की पहचान ज़ेनब के रूप में हुई है। पुलिस ने आरोपित अब्दुल हकीम को गिरफ्तार कर लिया है। हत्या की वजह अभी तक सामने नही आयी है। हालांकि स्थानीय लोगों के अनुसार, घरेलू विवाद में बुजुर्ग ने पत्नी को मारा। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।

loksabha election banner

उपकरणों की तस्करी करने वाले दो धरे

दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने मोबाइल टावर के उपकरणों की तस्करी के आरोपित बेंगलुरु निवासी गिरीश डीके व आंध्र प्रदेश के विजय नगर निवासी त्रिलंगी शंकर राव के रूप में हुई है। अतिरिक्त पुलिस आयुक्त शिबेश सिंह ने बताया कि अपराध शाखा की एसटीएफ को सूचना मिली थी कि दिल्ली के विभिन्न इलाकों से भारी मात्र में मोबाइल टावर से उपकरण चोरी हो रहे हैं। इस संबंध में अब तक 50 एफआइआर दर्ज की जा चुकी हैं। एसीपी पंकज सिंह के देखरेख में पुलिस टीम ने जांच शुरू की। इस दौरान पुलिस को चोरी व तस्करी करने वाले गिरोह की जानकारी मिली। सूचना के आधार पर गिरीश डीके व त्रिलंगी शंकर राव का गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने इनके पास से भारी मात्र में मोबाइल टावर के उपकरण मिले। पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि दोनो विशाखापट्नम में चोरी के मोबाइल टावर के उपकरणों की खरीद व बिक्री करने वाली कंपनी भारती टेले वर्किंग प्राइवेट लिमिटेड के लिए काम करते हैं। उनका काम चोरी के उपकरणों को कंपनी तक पहुंचाने का था। आरोपितों से पूछताछ में बताया कि दिल्ली में आमिर मलिक व दिनेश बाबू नामक व्यक्ति मोबाइल टावर से चोरी किए गए उपकरणों को मुहैया कराते थे। आमिर और दिनेश उपकरणों को पैक करने व फर्जी जीएसटी बिल बनाने का भी काम करते थे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.