भ्रांतियों से रहें दूर मास्क, शारीरिक दूरी व हाथ धोने की प्रक्रिया को बना लें जीवन का हिस्सा: डॉ. सुनील
डॉ. सुनील ने कहा कि कोरोना को लेकर लोगों में कई भ्रांतियां भी फैल रही हैं जिसके बाद डब्ल्यूएचओ ने कुछ दिशानिर्देश देकर मुश्किल आसान करने की कोशिश की है।
नई दिल्ली [रितु राणा]। मास्क, शारीरिक दूरी व बार-बार हाथ धोने की प्रक्रिया को हमें अपने जीवन का हिस्सा बना लेने की जरूरत है। इनके बिना हम कोरोना से नहीं बच सकते। कोरोना काल में मास्क हमारे लिए वैक्सीन, शारीरिक दूरी इम्यूनिटी व हाथ धोना दवा का काम करेगा। अगर हमने इन तीनों बातों का पालन कर लिया तो हम 99 प्रतिशत तक कोरोना से बच सकते हैं। यह बातें इंडियन मेडिकल एसोसिएशन पूर्वी दिल्ली के अध्यक्ष डॉ. सुनील सिंघल ने दैनिक जागरण से बातचीत में कही।
डॉ. सुनील ने कहा कि कोरोना को लेकर लोगों में कई भ्रांतियां भी फैल रही हैं, जिसके बाद डब्ल्यूएचओ ने कुछ दिशानिर्देश देकर मुश्किल आसान करने की कोशिश की है। उन्होंने बताया कि लोग सोच रहे हैं कि गर्म पानी से स्नान आदि से कोरोना से बचा जा सकता है, पर अभी तक ऐसा कोई प्रमाण नहीं है। हां, गर्म पानी से नहा लें, तो शरीर के कीटाणु धुल जाते हैं पर साबुन जरूर इस्तेमाल करें। जब तक साबुन नहीं शरीर पर नहीं लगेगा तब तक वायरस नहीं मरेगा।
सभी लोग भ्रांतियों से बचें
ऐसे ही पहले लोगों इस बात को मान बैठे थे कि धूप में जाने से कोरोना मर जाता है, ऐसा भी नहीं होगा। धूप से हमें विटामिन डी मिलता है जोकि शरीर की इम्यूनिटी बढ़ाने में सहायक है। लेकिन इससे भी कोरोना नहीं खत्म होगा। अब कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, ऐसे में सभी लोग भ्रांतियों से बचें और जो सरकारी दिशानिर्देश हैं उनका ही पालन करें। वहीं, जरा भी शंका हो तो टेस्ट जरूर कराएं। इससे आपके साथ-साथ दूसरों की सुरक्षा भी सुनिश्चित की जा सकेगी।
बता दें कि दिल्ली में कोरोना की रफ्तार लगातार बढ़ रही है। जब तक कोई वैक्सीन नहीं आ जाती तब तक मास्क, बार-बार हाथ धोखा और शारीरिक दूरी के नियमों का पालन करना ही सबसे बड़ा बचाव व इलाज है।
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