कोरोना महामारी के कारण दिल्ली के कई मंदिरों में सादगी के साथ मनाई गई भगवान श्रीकृष्ण की छठी
राजधानी के मंदिरों में सोमवार को भगवान श्रीकृष्ण की छठी का उत्सव बड़े ही सादगी के साथ मनाया गया।
नई दिल्ली [राहुल सिंह]। राजधानी के मंदिरों में सोमवार को भगवान श्रीकृष्ण की छठी का उत्सव बड़े ही सादगी के साथ मनाया गया। दिल्ली में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए इस साल मंदिरों में बड़े आयोजन नहीं हुए। इस वर्ष भक्तों को भी छठी उत्सव में शामिल होने का मौका नहीं मिला।
धूमधाम से मना था जन्मोत्सव
झंडेवालन मंदिर के मीडिया प्रभारी नंद किशोर सेठी ने बताया कि 12 अगस्त को मंदिर में भगवान का जन्मोत्सव धूमधाम के साथ मनाया गया था। भक्तों की बड़ी संख्या में मंदिर पहुंचने के चलते उम्मीद थी कि छठी उत्सव में भी भक्त बड़ी संख्या में मंदिर में आ सकते हैं, जिसके चलते मंदिर समिति ने छठी उत्सव को सादगी के संग मनाने का फैसला लिया, जिसमें किसी बाहरी व्यक्ति को शामिल नहीं होने दिया गया।
आरती और भजन से भक्तिमय हुआ माहौल
मंदिर में केवल पुजारियाें और मंदिर की सेविकाओं ने मिलकर भगवान की दोपहर में आरती की और भजन गाएं। इसके बाद भगवान को कढ़ी चावल का भोग लगाया गया और मंदिर में ही प्रसाद बांटा गया। उन्होंने बताया कि हर साल बड़े स्तर पर उत्सव मनाया जाता था, लेकिन इस साल कोरोना वायरस के कारण केवल मंदिर में ही आयोजन किया गया है, जिसमें किसी भी बाहरी व्यक्ति को शामिल नहीं होने दिया गया है।
कोरोना के कारण कुछ मंदिरों में नहीं मनी छठी
इसके अलावा प्राचीन हनुमान मंदिर, चांदनी चौक के राधा कृष्ण मंदिर समेत दिल्ली के अलग-अलग मंदिरों भी सादगी के संग छठी का उत्सव मनाया गया है। वहीं, बिरला मंदिर में इस साल छठी उत्सव नहीं मनाया गया। मंदिर के प्रबंधक विनोद मिश्रा ने बताया कि कोरोना संक्रमण के चलते यह फैसला लिया गया है। वहीं, नई दिल्ली और पुरानी दिल्ली में छठी के मौके पर होने वाले भंडारे भी इस साल देखने को नहीं मिले हैं।
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