Move to Jagran APP

लोकनायक अस्पताल में में प्लाज्मा थेरेपी से 20 में से 16 मरीज हुए ठीक, दूसरे चरण में 200 मरीजों में होगा ट्रायल

डॉ. सुरेश कुमार ने कहा कि लोकनायक अस्प्ताल को दूसरे चरण में 200 मरीजों पर प्लाज्मा थेरेपी के ट्रायल की स्वीकृति मिली है। इसमें तीन मरीजों को प्लाज्मा थेरेपी दी जा चुकी है।

By Dhyanendra SinghEdited By: Published: Mon, 22 Jun 2020 12:44 AM (IST)Updated: Mon, 22 Jun 2020 12:52 AM (IST)
लोकनायक अस्पताल में में प्लाज्मा थेरेपी से 20 में से 16 मरीज हुए ठीक, दूसरे चरण में 200 मरीजों में होगा ट्रायल
लोकनायक अस्पताल में में प्लाज्मा थेरेपी से 20 में से 16 मरीज हुए ठीक, दूसरे चरण में 200 मरीजों में होगा ट्रायल

रणविजय सिंह, नई दिल्ली। लाइलाज माने जा रहे कोरोना के इलाज के लिए नई-नई दवाओं के ट्रायल से उम्मीदें बढ़ती जा रही हैं। रेमडेसिविर दवा तो अभी काफी महंगी है, लेकिन डेक्सामेथासोन और फिविपिराविर जैसी दवाओं के सामने आने से कोरोना के बेहतर इलाज की उम्मीदें बढ़ गई हैं। इस बीच गंभीर मरीजों के इलाज में प्लाज्मा थेरेपी का ट्रायल भी जारी है।

loksabha election banner

दिल्ली-एनसीआर के कई सरकारी व बड़े निजी अस्पतालों में यह ट्रायल चल रहा है। लोकनायक अस्पताल में पहले चरण में 20 मरीजों पर यह थेरेपी हुई। इसमें 16 मरीज ठीक हो चुके हैं। मैक्स व अपोलो अस्पताल में भी इस थेरेपी से कई मरीज ठीक हुए हैं। डॉक्टर कहते हैं कि ऑक्सीजन सपोर्ट पर भर्ती कम गंभीर मरीजों को ही प्लाज्मा थेरेपी से अधिक फायदा हो रहा है। इसलिए मरीज के वेंटिलेटर पर पहुंचने से पहले ही प्लाज्मा थेरेपी दी जाए तो परिणाम बेहतर आ सकते हैं।

लोकनायक अस्पताल में बड़े स्तर पर ट्रायल

दिल्ली में भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आइसीएमआर) की स्वीकृति से सबसे पहले लोकनायक अस्पताल में बड़े स्तर पर ट्रायल शुरू हुआ था। अस्पताल के चिकित्सा निदेशक डॉ. सुरेश कुमार ने बताया कि पहले चरण में 20 मरीजों की प्लाज्मा थेरेपी की गई है। इनमें से 16 मरीज ठीक हो गए। हालांकि, नतीजों का विश्लेषण अभी किया जा रहा है। वहीं मैक्स अस्पताल में 22 से ज्यादा व अपोलो में 20 मरीजों का इस तकनीक से इलाज हुआ है।

अपोलो के श्वांस रोग विशेषज्ञ डॉ. राजेश चावला ने कहा कि 10 मरीज ठीक हो चुके हैं। हालांकि, वेंटिलेटर सपोर्ट पर पहुंच चुके मरीजों पर इसका खास असर नहीं दिखा है। एक माह में अस्पताल में करीब 50 मरीजों पर प्लाज्मा थेरेपी का ट्रायल पूरा हो जाएगा। एम्स व लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज में भी इसका ट्रायल चल रहा है। फिलहाल उसके परिणाम को लेकर दोनों संस्थान कुछ बोलने को तैयार नहीं है। आइसीएमआर देशभर के कई बड़े अस्पतालों में प्लाज्मा थेरेपी का ट्रायल करा रहा है। यह तकनीक कोरोना के इलाज में कितनी कारगर है। यह आइसीएमआर द्वारा रिपोर्ट प्रकाशित करने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा।

लोकनायक में अब 200 मरीजों पर होगा ट्रायल

डॉ. सुरेश कुमार ने कहा कि लोकनायक अस्प्ताल को दूसरे चरण में 200 मरीजों पर प्लाज्मा थेरेपी के ट्रायल की स्वीकृति मिली है। इसमें तीन मरीजों को प्लाज्मा थेरेपी दी जा चुकी है। डेढ़ से दो माह में 200 मरीजों पर ट्रायल पूरा हो जाएगा। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.