जानिए- दिल्ली से सटी VIP सीट फरीदाबाद व गुड़गांव पर भाजपा ने किसे दिया टिकट
लोकसभा चुनाव 2019 को लेकर भाजपा ने शनिवार को दिल्ली से सटी हरियाणा की दो वीआइपी सीट फरीदाबाद और गुड़गांव से उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है।
नई दिल्ली, जेएनएन। लोकसभा चुनाव 2019 को लेकर भाजपा ने शनिवार को दिल्ली से सटी हरियाणा की दो वीआइपी सीट फरीदाबाद और गुड़गांव से उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। फरीदाबाद और गुड़गांव से पार्टी ने अपने दोनों की वर्तमान सांसदों पर भरोसा जताया है। फरीदाबाद लोकसभा सीट से कृष्णपाल गुर्जर और गुड़गांव लोकसभा सीट से राव इंद्रजीत सिंह को पार्टी ने लोकसभा के महासमर में उतारा है।
बता दें कि मोदी लहर में भाजपा के टिकट पर कृष्णपाल गुर्जर ने बड़े अंतर से अपनी जीत दर्ज कराई थी। नौ विधानसभा से बनी फरीदाबाद की लोकसभा सीट में कृष्णपाल गुर्जर को हर विधानसभा से अच्छे खासे वोट मिले थे।
4.67 लाख वोटों से जीते थे कृष्णपाल गुर्जर
पांच वर्ष पहले 2014 के चुनाव में कृष्णपाल गुर्जर ने तीन बार के भाजपा सांसद रामचंद्र बैंदा के सामने पार्टी से लोकसभा टिकट मांगा था। तब गुर्जर ने कांग्रेस के अवतार भड़ाना को 4.67 लाख मतों के अंतर से हराया। गुर्जर को दोबारा टिकट दिए जाने के फैसले को राजनीतिक दृष्टि से उनकी मजबूती के रूप में देखा जा रहा है।
कृष्णपाल गुर्जर के नाम पर लगी मुहर
असल में पिछले पांच साल में गुर्जर के खिलाफ उनके चिरपरिचित प्रतिद्वंद्वी अवतार भड़ाना ने मोर्चा खोले रखा और उनके पुराने मित्र उद्योग मंत्री विपुल गोयल से भी उनकी पटरी नहीं बैठी। कृष्णपाल गुर्जर के राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी चुनाव से ठीक पहले भाजपा छोड़कर वापस कांग्रेस में चले गए हैं और उद्योग मंत्री विपुल गोयल ने पार्टी के प्रदेश प्रभारी डॉ.अनिल जैन के निर्देशानुसार भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के समक्ष एक बार फिर कृष्णपाल गुर्जर का ही नाम लिया था।
चार बार सांसद रह चुके हैं राव इंद्रजीत सिंह
दक्षिण हरियाणा की राजनीति में अहम दखल रखने वाले केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह चार बार सांसद रह चुके हैं। 1998 और 2004 में उन्होंने महेंद्रगढ़ लोकसभा सीट से जीत हासिल की थी। साल 2009 और 2014 में राव इंद्रजीत सिंह गुड़गांव लोकसभा सीट से विजय हासिल की थी। वे 2014 में कांग्रेस से नाराज होकर भाजपा में शामिल हुए थे।