लॉकडाउन 4 की घोषणा होते ही धरी रह गई मेट्रो की तैयारियां, जानिए कब तक के लिए थमे पहिए
दिल्ली सरकार ने कुछ शर्तों के साथ दिल्ली मेट्रो का परिचालन शुरू करने की सिफारिश केंद्र सरकार से की थी। जिसे लॉकडाउन 4 में मंजूरी नहीं मिली है।
नई दिल्ली [रणविजय सिंह]। Delhi metro: कोरोना के बढते संक्रमण के कारण लॉकडाउन-4 में भी मेट्रो के परिचालन को स्वीकृति नहीं मिली। इस वजह से दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) की तैयारी धरी रह गई और मेट्रो का परिचालन अब 31 मई तक बंद रहेगा। डीएमआरसी का कहना है कि अब लॉकडाउन-4 के बाद केंद्र सरकार के दिशा निर्देश पर तय होगा कि मेट्रो का परिचालन कब शुरू होगा।
शारीरिक दूरी के पालन के लिए हुए थे इंतजाम
उल्लेखनीय है कि दिल्ली सरकार ने कुछ शर्तों के साथ दिल्ली मेट्रो का परिचालन शुरू करने की सिफारिश केंद्र सरकार से की थी। दिल्ली मेट्रो ने भी परिचालन के तौर तरीकों का दिशा-निर्देश तैयार कर लिया है। स्टेशनों व कोच में शारीरिक दूरी के पालन के लिए इंतजाम भी कर लिए थे। मेट्रो के सभी कोच में एक सीट छोडकर यात्रियों के बठने के लिए स्टीकर लगवाए गए हैं।
एक मीटर अंतराल पर लाइन
स्टेशनों पर ऑटोमेटिक फेयर कलेक्शन (एएफसी) गेट व टोकन वेंडिंग मशीन (टीवीएम) के पास एक मीटर के अंतराल पर लाइनें खींच दी गई हैं। दिल्ली सरकार ने विशेष सेवा के रूप में मेट्रो में सरकारी कर्मचारियों व बुनियादी सुविधाओं की आपूर्ति से जुडे लोगों को ई-पास के आधार सफर का प्रस्ताव भेजा था। डीएमआरसी का कहना है कि उसे परिचालन के लिए केंद्र सरकार से मंजूरी नहीं मिली है। इसलिए फिलहाल परिचालन शुरू करने का मामला टल गया है। उल्लेखनीय है कि मेट्रो का परिचालन 22 मार्च से ही बंद है।
इधर, श्रमिक स्पेशल ट्रेन शनिवार शाम को 1200 प्रवासी कामगारों को लेकर गाजियाबाद से अररिया रवाना हुई। इस दौरान मजदूरों ने शारीरिक दूरी का पालन किया। लेकिन सुरक्षाकर्मी खुद शारीरिक दूरी का पालन करना भूल गए। सुरक्षाकर्मी प्लेटफार्म पर एक साथ झुंड बनाकर एक दूसरे से बात करते हुए नजर आए। गाजियाबाद से बड़ी संख्या में प्रवासी कामगार अपने घर लौट रहे हैं। बड़ी संख्या में कामगार घंटाघर रामलीला मैदान में रुके हुए थे। इन कामगारों को यहां पर शारीरिक दूरी के साथ रखा गया था। प्रशासन ने इनके लिए खाने की व्यवस्था की। प्रशासन की तरफ से रेल मंत्रलय से कामगारों के लिए ट्रेन चलाने की मांग की थी। केंद्र सरकार की हरी झंडी मिलने के बाद शनिवार को दूसरी श्रमिक स्पेशल ट्रेन गाजियाबाद से अररिया के लिए चलाई गई। शाम को सात बजे ट्रेन रवाना हुई।