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दुकानों के बाहर चस्पा होने लगी है दवाओं की उपलब्धता की सूची, DDMA ने जारी किया था आदेश

Delhi Medical shop News दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएम) ने 24 घंटे में चार बार- सुबह 10 बजे दोपहर दो शाम छह व रात्रि नौ बजे कोरोना इलाज से संबंधित आठ दवाओं की इस सूची को अपडेट करना है।

By Jp YadavEdited By: Published: Tue, 25 May 2021 08:12 AM (IST)Updated: Tue, 25 May 2021 08:12 AM (IST)
दुकानों के बाहर चस्पा होने लगी है दवाओं की उपलब्धता की सूची, DDMA ने जारी किया था आदेश
दुकानों के बाहर चस्पा होने लगी है दवाओं की उपलब्धता की सूची, DDMA ने जारी किया था आदेश

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में स्थित दवा की दुकानों के बाहर कोरोना संबंधित दवाओं की उपलब्धता और दरों की सूची चस्पा होने लगी है। दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएम) ने 22 मई को जारी आदेश में दवा के थोक व खुदरा दुकानदारों के साथ ही डीलरों को ऐसा करने आदेश दिया है। उन्हें 24 घंटे में चार बार- सुबह 10 बजे, दोपहर दो, शाम छह व रात्रि नौ बजे कोरोना इलाज से संबंधित आठ दवाओं की इस सूची को अपडेट करना है। डीडीएमए ने यह निर्णय दवाओं की जमाखोरी व कालाबाजी की शिकायतों के मद्देनजर दिया है। इसका पालन इन दवाओं की बिक्री से जुड़े तकरीबन 15 हजार से अधिक दुकानदारों और डीलरों को करना होगा। निगरानी के लिए टीमें भी गठित की गईं है, जो औचक निरीक्षण करेंगी। उन्हें दुकान में दवा की उपलब्धता व सूची से मिलान में विसंगति पाए जाने पर कार्रवाई करने का अधिकार होगा। दवा के लिए दर-दर भटक रहे लोगों के लिए यह राहत भरा कदम माना जा रहा है। वहीं, दवा विक्रेता इस फैसले असहज नजर आए।

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अव्यावहारिक फैसला

रिटेल डिस्टि्रब्यूशन आफ केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट (आरडीसीए) व दिल्ली ड्रग ट्रेडर्स एसोसिएशन (डीडीटीए) जैसे दवा विक्रेता संगठनों ने इस फैसले को अव्यावहारिक मुश्किलें बढ़ाने वाला बताया है। इसे लेकर उन्होंने उपराज्यपाल व मुख्यमंत्री को पत्र भी लिखा है। आरडीसीए के अध्यक्ष संदीप नांगिया ने कहा कि यह फैसला अव्यवहारिक है। दिन में चार बार सूची को अपडेट करना कठिन होगा, क्योंकि इसमें विक्रेता का काफी समय बर्बाद होगा, जबकि ग्राहक जल्दबाजी में होते हैं।

डीडीटीए के सचिव आशीष ग्रोवर ने कहा कि एक प्रकार की दवाओं की कई कंपनियां होती है। उनका दाम अलग-अलग होता है। इसके अलावा दवाओं की वापसी भी होती है। कुछ मामलों में डीलर से दवा पहले और बिल बाद में आता है, वैसे भी कोरोना के चलते कम कर्मचारियों से काम चलाना पड़ रहा है। ऐसे में सरकार को कोई व्यावहारिक रास्ता निकालना चाहिए।

इन दवाओं की लगानी होगी सूची

  • आइवरमेक्टिन टेबलेट्स
  • एंटी वायरलडाक्सीसाइक्लिन टेबलेट्स/ कैप्सूल
  • एंटी बायोटिकमेथाइल प्रेडनिसोलोन टेबलेट/ इंजेक्शन
  • स्टेरायडब्यूडेसोनाइड
  • स्टेरायड इन्हेलर फेविपिराविर
  • एंटी वायरल एपिक्साबेन
  • एंटी कोआग्युलेंट इनोक्सापेरिन सोडियम
  • एंटी कोआग्युलेंट डेक्सामेथासोन
  • कोर्टिकोस्टेरायड

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