UP सरकार जल्द देगी बड़ा तोहफा, 20 फीसद तक घट सकते हैं शराब के दाम
उत्तर प्रदेश में बिहार की तरह शराब बंदी की कोई योजना नहीं है।
नोएडा (ललित विजय)। उत्तर प्रदेश में 1 अप्रैल से शराब सस्ती हो जाएगी। ऐसा नई आबकारी नीति और शीरा का रेट कम होने से होगा। अभी तक शराब निर्माता कंपनियों को चीनी मिलों से 170 रुपये प्रति लीटर के रेट से शीरा मिल रहा था। अब प्रदेश सरकार के प्रयास से चीनी मिलों ने शीरे का रेट कम कर दिया है।
अब शराब कंपनियों को शीरा 70 रुपये प्रति लीटर के हिसाब से मिलेगा। नई आबकारी नीति की वजह से शराब पर वसूली जा रही अतिरिक्त रकम बंद हो जाएगी।
इससे शराब और बियर वर्तमान रेट से 20 फीसद तक सस्ती हो सकती है। यह जानकारी उत्तर प्रदेश के आबकारी मंत्री जय प्रताप सिंह से बातचीत में मिली। वह उत्तर प्रदेश दिवस पर विभिन्न परियोजनाओं का लोकार्पण करने नोएडा आए थे।
हरियाणा से शराब तस्करी पर लगेगी लगाम
आबकारी मंत्री ने बताया कि हरियाणा से शराब तस्करी बंद कराने के लिए वहां की सरकार से बात हुई है। हरियाणा में शराब बिक्री के लिए निगम का गठन हो रहा है। वहां से थोक में शराब खरीदना आसान नहीं होगा। उधर, उत्तर प्रदेश में शराब के रेट कम हो जाएंगे, जिससे हरियाणा और उत्तर प्रदेश में शराब के रेट लगभग एक समान हो जाएंगे।
मंत्री ने माना अभी रेट से महंगी बिक रही शराब
आबाकारी मंत्री ने माना की अभी प्रदेश में शराब एमआरपी से महंगी बेची जा रही है। ऐसा पिछली सरकारों की गलत नीति के कारण हो रहा है। वर्ष 2008-09 से मेरठ विशिष्ठ जोन का गठन कर पोंटी चड्ढा के ग्रुप को फायदा पहुंचाया जा रहा था। वह अधिकतम खुदरा मूल्य से ज्यादा रेट पर शराब बेच रहे थे।
आबकारी मंत्री ने कहा कि पोंटी के ग्रुप ने शराब बिक्री लाइसेंस की रकम भी जमा नहीं की है। उनके खिलाफ कार्रवाई हो रही है। नोटिस दिया गया है, साथ ही सिक्योरिटी मनी भी जब्त कर ली गई है। हालांकि मंत्री ने पूर्व सरकारों की गलत शराब नीति की जांच कराने से इन्कार कर दिया।
उत्तर प्रदेश में शराब बंदी की योजना नहीं
आबकारी मंत्री जय प्रताप सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश में बिहार की तरह शराब बंदी की कोई योजना नहीं है। हालांकि, धार्मिक स्थलों और शिक्षण संस्थानों के सौ मीटर के दायरे में मौजूद शराब ठेकों को हटाया जाएगा।