New Excise Policy: ठेके नहीं खुलने से शराब के शौकीन मायूस, दिल्ली से सटे इलाकों से शुरू हुई कालाबाजारी
New Excise Policy नई और पुरानी दिल्ली में नई सरकारी आबकारी नीति लागू होने के बावजूद लगातार दूसरे दिन भी शराब के ठेके नहीं खुल सके। इसके चलते लोग दिनभर भर परेशान होते रहे। लोग शराब के लिए एक ठेके से दूसरे ठेके पर चक्कर काटते रहे।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। New Excise Policy: नई और पुरानी दिल्ली में नई सरकारी आबकारी नीति लागू होने के बावजूद लगातार दूसरे दिन भी शराब के ठेके नहीं खुल सके। इसके चलते लोग दिनभर भर परेशान होते रहे। लोग शराब के लिए एक ठेके से दूसरे ठेके पर चक्कर काटते रहे, लेकिन इसके बाद भी लोगों को शराब नहीं मिली। लोगों का कहना है कि सरकार को ठेके खुलने या नहीं खोलने की बात को स्पष्ट करना चाहिए, जिससे परेशानी ना हो।
दरियागंज, अंसारी रोड और कश्मीरी गेट में नई नीति के तहत ठेके बनकर तैयार हो गए हैं, लेकिन अंदर निर्माण कार्य चलने के कारण दुकानें नहीं खुल सकीं। अंसारी रोड पर ठेके पर काम करने वाले कर्मचारी दानिश खान ने बताया कि अंदर निर्माण कार्य किया जा रहा है, जिसके चलते ठेका नहीं खुल पा रहा है।
उन्होंने कहा कि अभी नई आबकारी नीति से जुड़े आदेश भी नहीं मिले हैं, जिसके चलते अभी स्थिति स्पष्ट नहीं है। वहीं, कनाट प्लेस और राजेंद्र प्लेस के ठेके पर पहुंचे लोगों ने कहा कि वह एक जगह से दूसरी जगह चक्कर काट रहे हैं, लेकिन आबकारी विभाग की ओर से कोई स्थिति स्पष्ट नहीं हैं, जिसके चलते परेशानी हो रही है। गाजियाबाद, नोएडा और फरीदाबाद जाकर शराब खरीद रहे हैं, जिसके चलते समय की बर्बादी रही है। इसके अलावा बार व क्लब संचालकों के पास भी शुक्रवार तक नई नीति के आदेश नहीं पहुंचे हैं, जिसके चलते वह भी अभी पुराने दिशानिर्देशों का पालन कर रहे हैं।
हालांकि उनका कहना है कि नई नीति से उनके व्यापार को फायदा होगा। वहीं, मालवीय नगर के डी-ब्लाक में शराब का ठेका खोले जाने के विरोध में स्थानीय लोगों ने मालवीय नगर से निगम पार्षद डा. नंदिनी शर्मा के नेतृत्व में शुक्रवार को प्रदर्शन किया। डा. नंदिनी शर्मा ने कहा कि जहां पर शराब का ठेका खोला गया है वहां बच्चों का पार्क है।
इस पार्क में बने स्केटिंग रिंग में सुबह-शाम सैकड़ों बच्चे प्रैक्टिस करने आते हैं। यहीं पर बच्चों के लिए झूले भी लगे हैं। पास में ही लक्ष्मी नारायण मंदिर भी स्थित है। इसलिए इस ठेके को बंद कराने के लिए प्रदर्शन किया गया। उन्होंने बताया कि लोगों का आक्रोश देखते हुए सुबह यह दुकान बंद कर दी गई, लेकिन शाम को दुकान फिर से खोल दी गई।
डा. नंदिनी शर्मा ने कहा कि इस ठेके को दिल्ली सरकार को बंद करना चाहिए। जिन भी अधिकारियों ने बिना किसी सर्वे के यहां ठेका आवंटित किया है उन्हें फिर से सोचना चाहिए कि इससे बच्चों पर क्या असर पड़ेगा। उन्होंने कहा कि रिहायशी इलाकों में शराब का ठेका खुलने से लोगों का जीना दुश्वार हो जाएगा।