नेता प्रतिपक्ष बोले, दिल्ली सरकार ने राशन बांटने के लिए नहीं उठाया कोई कदम, ना ही गरीबों को बांटा, करें कार्रवाई
सीएम कार्यालय से भेजे गए जवाब में कहा गया था कि इस बारे में उपमुख्यमंत्री को अवगत कराया जाएगा। उसके बाद चार माह तक सरकार की ओर से कोई कदम नहीं उठाया गया और पूरा अनाज खराब हो गया। बिधूड़ी ने कहा कि जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई की जानी चाहिए।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। गरीबों को बांटने के लिए आया हजारों टन अनाज राजधानी के स्कूलों में सड़ रहा है, इसकी जानकारी दिल्ली सरकार को फरवरी में दे दी गई थी। इसके बावजूद सरकार ने न तो इस अनाज को खराब होने से बचाने के लिए कोई कदम उठाया और न ही इसे गरीबों को बांटा गया। दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने पांच फरवरी को मुख्यमंत्री कार्यालय को भेजे पत्र में बताया था कि पिछले साल लाकडाउन के दौरान गरीबों को बांटने के लिए आया अनाज स्कूलों में पड़ा सड़ रहा है।
बिधूड़ी ने लिखा था कि बदरपुर विधानसभा क्षेत्र के स्कूलों में 1200 क्विंटल गेहूं, तीन सौ क्विंटल चावल और तीन हजार राशन किट व तुगलकाबाद विधानसभा क्षेत्र के स्कूलों में 1600 क्विंटल गेहूं-चावल व 1500 राशन किट खराब हो रही हैं। राशन किट में रखा रिफाइंड तेल, मसाले, छोले, चीनी, हल्दी आदि एक्सपायर हो चुके थे।
सीएम कार्यालय से भेजे गए जवाब में कहा गया था कि इस बारे में उपमुख्यमंत्री को अवगत कराया जाएगा। उसके बाद चार माह तक सरकार की ओर से कोई कदम नहीं उठाया गया और पूरा अनाज खराब हो गया। बिधूड़ी ने कहा कि अनाज की बर्बादी के लिए जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई की जानी चाहिए। गौरतलब है कि स्कूलों में हुई अनाज की बर्बादी संबंधी समाचार पिछले दिनों दैनिक जागरण ने प्रमुखता से प्रकाशित किए हैं। यदि इन अनाजों का वितरण हो जाता तो लाखों कामगार इसका इस्तेमाल कर पाते और उनका पेट भर जाता मगर इस दिशा में कदम ही नहीं उठाया गया जिसका नतीजा ये हुआ कि लाखों टन अनाज खराब हो गया।