आसमान से हो रही अमृत वर्षा देख दिल्ली, यूपी और हरियाणा के लाखों लोगों के चेहरों पर आई मुस्कान
खेतों में पानी भरा देखकर किसानों के चेहरे भी खुशी के मारे खिल गए हैं। इससे न केवल सिंचाई का खर्च बचा है बल्कि बारिश के पानी से फसलों के उत्पादन में व्रद्धि होने का अनुमान जताया जा रहा है।
नई दिल्ली/नोएडा/गुरुग्राम/हापुड़/सोनीपत, जागरण टीम। दिल्ली के साथ उत्तर प्रदेश और हरियाणा के एनसीआर के शहरों में शुक्रवार आधी रात से ही बारिश हो रही है। जो अब भी जारी है। इस बारिश से गेंहू की फसल को खूब फायदा होगा। इस समय गेंहू की फसल को पानी की जरूरत होती है, ऐसे में सिंचाई की जरूरत भी पूरी हो गई है।
जागरण संवाददाता के मुताबिक, शनिवार से सुबह से ज्यादातर इलाकों में लगातार हो रही बारिश ने जहां एक ओर ठंड को बढ़ा दी है, तो वहीं खेतों में पानी भरा देखकर किसानों के चेहरे भी खुशी के मारे खिल गए हैं। इससे न केवल सिंचाई का खर्च बचा है बल्कि बारिश के पानी से फसलों के उत्पादन में व्रद्धि होने का अनुमान जताया जा रहा है। हापुड़ कृषि विज्ञान केंद्र के प्रभारी अधिकारी एवं प्रोफेसर ने कहा कि यह बारिश किसानों के लिए सोना बनकर बरसी है। जिले में बीते बुधवार को हुई बूंदाबांदी फसलों को कोई खास असर नहीं डाल पाई थी, लेकिन शनिवार आज सुबह बादलों में जोर की गड़गड़ाहट हुई और देखते ही देखते बारिश शुरू हो गई। शहर के निचले इलाकों में सड़कों पर पानी भर गया। पिछले कई दिन से किसान बारिश की आशंका जताते हुए फसलों की सिंचाई करने से बच रहे थे। जिसके चलते फसलों के लिए इस समय सबसे अधिक जरूरत बारिश की थी। किसानों के मुताबिक इस बारिश से गेहूं, गन्ना, आलू और सरसों सहित अन्य फसलों को फायदा हुआ है।
वहीं पिछेती फसलों को नुकसान हो सकता है। शनिवार को हुई बारिश से अधिकतम तापमान में गिरावट आई है। शनिवार को न्यूनतम तापमान 13 और अधिकतम तापमान 18 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जिससे लोगों का जनजीवन प्रभावित हुआ है। कृषि विज्ञान केंद्र बाबूगढ़ के प्रभारी अधिकारी एवं प्रोफेसर फसल डाक्टर हंसराज सिंह ने कहा कि जिले में हुई बारिश से अधिकतर फसलों को फायदा मिला है।