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चीन में बने कंसंट्रेटरों पर लैब का खुलासा, WHO के मानकों के स्टैंडर्ड के मुताबिक नहीं और क्वालिटी भी घटिया

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) का मानक कहता है कि बेहतर गुणवत्ता वाला कंसंट्रेटर 82 फीसद ऑक्सीजन छोड़ना चाहिए। लैब की इस तरह की रिपोर्ट ने पुलिस को हैरान कर दिया है। कालरा द्वारा 100 से अधिक कंसंट्रेटर बेचने की पुलिस को अपुष्ट जानकारी मिल पाई है।

By Vinay Kumar TiwariEdited By: Published: Fri, 14 May 2021 07:10 PM (IST)Updated: Fri, 14 May 2021 07:10 PM (IST)
चीन में बने कंसंट्रेटरों पर लैब का खुलासा, WHO के मानकों के स्टैंडर्ड के मुताबिक नहीं और क्वालिटी भी घटिया
चीन का उक्त कंसंट्रेटर 38 फीसद ही ऑक्सीजन छोड़ता है। (फाइल फोटो)

नई दिल्ली, [राकेश कुमार सिंह]। ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की कालाबाजारी मामले में फरार चल रहा मुख्य आरोपित रेस्तरां संचालक नवनीत कालरा के काले कारनामे की कलई खुलनी शुरू हो गई है। कालरा द्वारा बेचे गए कंसंट्रेटर की दिल्ली पुलिस द्वारा दिल्ली के कुछ निजी लैब में जांच कराने पर बेहद घटिया गुणवत्ता वाला होने की पुष्टि हुई है। चीन का उक्त कंसंट्रेटर 38 फीसद ही ऑक्सीजन छोड़ता है।

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विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) का मानक कहता है कि बेहतर गुणवत्ता वाला कंसंट्रेटर 82 फीसद ऑक्सीजन छोड़ना चाहिए। लैब की इस तरह की रिपोर्ट ने पुलिस को हैरान कर दिया है। कालरा द्वारा 100 से अधिक कंसंट्रेटर बेचने की पुलिस को अपुष्ट जानकारी मिल पाई है। यह जानकारी कालाबाजारी मामले में गिरफ्तार किए जा चुके पांच आरोपितों से पूछताछ और उनके मोबाइल की जांच करने पर पता चला है। हालांकि, इस संबंध में सही जानकारी कालरा के पकड़े जाने और पूछताछ में पता चल पाएगी। पुलिस का कहना है कि उसके द्वारा बेचे गए कंसंट्रेटर के इस्तेमाल से मरीज को खतरा भी उत्पन्न हो सकता है। हालांकि, अभी तक इस तरह की किसी घटना की जानकारी नहीं मिली है।

अगर कंसंट्रेटर की वजह से कोई अप्रिय घटना की सूचना मिलेगी तब केस में लापरवाही से हुई मौत की धारा भी जोड़ दी जाएगी, जो कालरा व अन्य आरोपितों के लिए और परेशानी भरा होगा। कालरा ने दिसंबर में ही चीन से मैट्रिक्स सेल्यूलर कंपनी के जरिए कई हजार कंसंट्रेटर मंगवाया था। दो तरह के कंसंट्रेटर मंगाए गए थे एक सात और दूसरा नौ लीटर के। उक्त कंसंट्रेटर की कीमत 12,500 रुपये से 20 हजार रुपये थी, लेकिन कालरा उसे तीन से चार गुना अधिक कीमत में बेचता था। कंसंट्रेटर बेचने के लिए उसने खान मार्केट के दुकानदारों का ही वाट्सएप ग्रुप बनाया हुआ था।

इसके अलावा कुछ वेबसाइट के जरिये भी ऑनलाइन बेचता था। पेमेंट वह नगद के अलावा ऑनलाइन भी लेता था। वाट्सएप ग्रुप में कई ग्राहकों ने कालरा से कंसंट्रेटर के बारे में शिकायत की थी। उसमें कहा गया था कि कंसंट्रेटर ठीक काम नहीं कर रहा है। वह पैसा लौटा दें। पुलिस ने शिकायतकर्ताओं के कंसंट्रेटर की निजी लैब में जांच कराई तो घटिया गुणवत्ता का होने का पता चला। ज्ञात रहे रसूखदार परिवार से ताल्लुक रखने वाले कालरा के छतरपुर स्थित आलीशान फार्म हाउस और खान मार्केट स्थित दो रेस्तरां से 525 कंसंट्रेटर बरामद किए थे। उसके बाद से कालरा परिवार समेत फरार है। क्राइम ब्रांच उसकी तलाश में छापेमारी कर रही है लेकिन वह पुलिस के हाथ नहीं आ रहा है।


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