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भूत उतारने के लिए महिला को जमीन में गाड़ दिया, 2 घंटे बाद का हाल जानने के लिए पढ़ें खबर

जमीन में गर्दन तक दबी महिला चिल्लाती भी रही 'मुझे बाहर निकालो मैं मर जाऊंगी'-'मेरी सांस उखड़ रही है, मुझे बाहर निकालो', लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया।

By JP YadavEdited By: Published: Fri, 08 Jun 2018 01:37 PM (IST)Updated: Fri, 08 Jun 2018 02:51 PM (IST)
भूत उतारने के लिए महिला को जमीन में गाड़ दिया, 2 घंटे बाद का हाल जानने के लिए पढ़ें खबर
भूत उतारने के लिए महिला को जमीन में गाड़ दिया, 2 घंटे बाद का हाल जानने के लिए पढ़ें खबर

नूंह (जेएनएन)। 21वीं सदी में जहां भारत विज्ञान के क्षेत्र में अपनी उपलब्धियों के जरिये विश्व गुरु बनने की ओर तेजी से बढ़ रहा है, वहीं देश में तंत्र-मंत्र के नाम पर घटनाएं हमें शर्मसार भी करती हैं। दिल्ली से महज कुछ दूरी पर हरियाणा के नूंह जिले में इलाज के नाम पर तंत्र-मंत्र कर महिला की जान लेने की शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है। यहां पर मानसिक रूप से बीमार महिला का भूत-प्रेत उतारने के नाम पर उसे गर्दन तक गाड़ दिया।

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वह चिल्लाती रही, 'मुझे बाहर निकालो-मर जाऊंगी'

जमीन में गर्दन तक दबी महिला इस कदर घबराई कि कुछ देर बाद दहशत के चलते उसकी जान चली गई। इस दौरान वह चिल्लाती भी रही 'मुझे बाहर निकालो मैं मर जाऊंगी'-'मेरी सांस उखड़ रही है, मुझे बाहर निकालो', लेकिन उसके इलाज का यही तरीका बताने वाली महिला तांत्रिक भी टस से मस नहीं हुई। तंत्र-मंत्र के चक्कर में जान गंवाने वाली महिला का नाम प्रमीना है। वहीं, तांत्रिक शाहिदा महिला है, जिसने पति के साथ मिलकर इलाज के नाम पर महिला प्रमीना की जान ले ली। 

भूत-प्रेत नहीं, बस मानसिक रूप से बीमार थी महिला
जो जानकारी सामने आ रही है उसके मुताबिक, महिला प्रमीना मानसिक रूप से बीमार थी। परिवार के लोग उसे मनोचिकित्सक को दिखाने के बजाय तांत्रिक के पास ले गए। बताया जा रहा है कि महिला तांत्रिक ने ही ऐसा जानलेवा उपाय महिला के ठीक होने के लिए बताया था।

जानें पूरा मामला

पलवल जिले के गांव भूडपुर निवासी पीड़ित पति साकिर के मुताबिक, उसकी तीस वर्षीय पत्नी प्रमीना को भूत-प्रेत आने की शिकायत थी। वह प्रमीना को इलाज कराने के लिए शाह चौखा गांव में लेकर आया था। उसे बताया गया था कि गांव की महिला शाहिदा नक्स-ताबीज से भूत-प्रेत का इलाज करती है।

शाहिदा ने अपने पति के साथ मिलकर प्रमीना को अपने ही आंगन में गड्ढा खोदकर जमीन में गर्दन तक दबा दिया। प्रमीना गड्ढे में करीब दो घंटे तक दबी रही। वह लगातार चिल्ला रही थी कि बाहर निकालो नहीं तो वह मर जाएगी, लेकिन इलाज करने वाली महिला और उसके पति ने पीड़िता की एक नहीं सुनी। करीब दो घंटे बाद प्रमीना की मौत हो गई।

मानसिक बीमारी का इलाज होता है, सही सलाह से ठीक हो जाता है मरीज
मनोचिकित्सकों की मानें तो पुरुष हो या महिला अगर वह मानसिक रोगों को शिकार है उसका सौ फीसद इलाज संभव है। लोग सही इलाज के बजाय तंत्र मंत्र के चक्कर में आ जाते हैं और इससे जान तक चली जाती है।


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