Delhi Weather: 15 महीने बाद नवंबर में टूट गई 'एक परंपरा' पढ़िये- मौसम विज्ञानी ने बताई कौन सी वजह
देश की राजधानी दिल्ली और एनसीआर में नवंबर का महीना इस साल औसत से अधिक ठंडा रहा है। हैरत की बात यह कि बारिश ठंड बढ़ाती है जबकि नवंबर में बारिश नहीं होने के बावजूद अच्छी ठंड रही।
नई दिल्ली [संजीव गुप्ता]। दिसंबर से फरवरी के मध्य तो राजधानी दिल्ली के साथ एनसीआर के शहरों में भी रिकार्डतोड़ सर्दी पड़ने का अनुमान तो है ही, नवंबर का महीना भी इस साल औसत से अधिक ठंडा रहा है। हैरत की बात यह कि बारिश की एक बूंद नहीं बरसी, लेकिन माह का औसत अधिकतम और न्यूनतम तापमान फिर भी सामान्य से कम दर्ज किया गया। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग द्वारा तैयार की गई रिपोर्ट के अनुसार नवंबर का औसत अधिकतम तापमान 28.2 डिग्री सेल्सियस है, लेकिन यह दर्ज किया 0.4 डिग्री कम 27.8 डिग्री सेल्सियस। माह का सर्वाधिक अधिकतम तापमान दो नवंबर को 31.2 डिग्री सेल्सियस रहा। इसी तरह नवंबर का औसत न्यूनतम तापमान 12.9 डिग्री सेल्सियस है जबकि यह दर्ज किया गया 0.6 डिग्री कम 12.3 डिग्री सेल्सियस। माह का सर्वाधिक न्यूनतम तापमान 24 नवंबर को 9.2 डिग्री सेल्सियस रहा। बारिश के मामले में नवंबर ने निराश ही किया। माह की औसत बारिश का आंकड़ा है 5.6 मिमी, लेकिन एक बूंद भी नहीं बरसी।
हैरत की बात यह कि बारिश ठंड बढ़ाती है, जबकि नवंबर में बारिश नहीं होने के बावजूद अच्छी ठंड रही। एक और खास बात यह कि नवंबर में मौसम का किसी तरह का कोई रिकार्ड भले नहीं बना लेकिन 15 माह से चली आ रही रिकार्ड बनाने की परंपरा तोड़ने का रिकार्ड तो बन ही गया। मालूम हो कि अगस्त 2020 से हर महीने ही मौसम का कोई न कोई रिकार्ड बन रहा था, लेकिन नवंबर में कोई रिकार्ड नहीं बना।
महेश पलावत (उपाध्यक्ष (मौसम विज्ञान एवं जलवायु परिवर्तन), स्काईमेट वेदर) का कहना है कि पश्चिमी विक्षोभों के अभाव में नवंबर माह के ज्यादातर दिनों में आसमान साफ रहा। आसमान साफ होने पर तापमान तेजी से गिरता या बढ़ता है। जलवायु परिवर्तन का असर भी मौसम की कमोबेश हर गतिविधि पर देखने को मिल ही रहा है।