आखिर कौन है मनिंदर उर्फ मोनू, जिसने 26 जनवरी को लहराई थी तलवार
पूछताछ में स्वरूप नगर के सिंधी कॉलोनी में रहने वाले आरोपित मोनिंदर उर्फ मोनू ने बताया कि वह कृषि कानून विरोधी धरने में शामिल होने के लिए अक्सर सिंघु बॉर्डर जाता रहता था। वह नेताओं के भाषण प्रेरित था।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। लाल किला हिंसा मामले में गिरफ्तार मोनिंदर सिंह उर्फ मोनू को लेकर कई तरह की अहम जानकारी दिल्ली पुलिस ने मीडिया से साझा की है। दिल्ली स्पेशल सेल के डीसीपी पीएस कुशवाहा ने बताया कि मामले में पुलिस की अलग-अलग टीम छानबीन कर रही है। इसी दौरान आरोपित की पहचान हुई। यह भी पता चला कि वह अपने किसी जानकार से मिलने पीतमपुरा आने वाला है, जिसके बाद एसीपी अत्तर सिंह, इंस्पेक्टर शिवर कुमार, कर्मबीर और पवन कुमार की टीम ने मंगलवार की रात मनिंदर सिंह को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में स्वरूप नगर के सिंधी कालोनी निवासी आरोपित ने बताया कि वह कृषि कानून विरोधी धरने में शामिल होने के लिए अक्सर सिंघु बॉर्डर जाता रहता था। वह नेताओं के भाषण प्रेरित था। इसी बीच ट्रैक्टर रैली के आह्वान पर 26 जनवरी को वह पांच साथियों के साथ मोटरसाइकिल से सिंघु बार्डर से मुकरबा चौक होते हुए लाल किले पर गया था। वहां उसने तलवार लहराया था। इसे देख उपद्रवी हिंसा को प्रेरित हुए थे और तलवार, कुल्हाड़ी, भाला व रॉड से पुलिस व सुरक्षा कर्मियों पर बर्बर हमला किया था। उपद्रव में ऐतिहासिक स्मारक को भी भारी क्षति पहुंची थी।
बता दें कि गणतंत्र दिवस पर 26 जनवरी के दिन किसान ट्रैक्टर परेड में उपद्रव के दौरान लाल किला पर दोनों हाथों से तलवार लहराने वाले वांछित मनिंदर सिंह उर्फ मोनी को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने गिरफ्तार कर लिया है। उसके घर से पुलिस ने 4.3 फुट की दोनों तलवारें बरामद कर ली हैं। उसने उपद्रवियों को सुरक्षा बलों पर हमला करने के लिए प्रेरित किया था। उसका वीडियो वायरल हो गया था। दिल्ली पुलिस ने आरोपित को पीतमपुरा इलाके से गिरफ्तार किया है। वह एसी मैकेनिक है। मनिंदर का तार खालिस्तान समर्थकों से जुड़ा बताया जा रहा है। फिलहाल पुलिस उससे पूछताछ कर रही है।